यह ख़बर 10 अक्टूबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

यूपीए को समर्थन के मुद्दे पर मायावती ने नहीं खोले पत्ते

खास बातें

  • बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और संसदीय दल की संयुक्त बैठक के बाद ऐलान किया कि केंद्र में सत्तारूढ़ यूपीए सरकार को समर्थन जारी रखने पर फैसला जल्द लिया जाएगा।
लखनऊ:

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और संसदीय दल की संयुक्त बैठक के बाद ऐलान किया कि केंद्र में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की सरकार को बाहर से समर्थन जारी रखने पर फैसला जल्द लिया जाएगा। इसके साथ ही स्पष्ट हो गया कि बसपा द्वारा केंद्र को दिया जा रहा फिलहाल जारी रहेगा।

मायावती ने कहा कि मंगलवार और बुधवार को हुई पार्टी की बैठकों में कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय लेने का अधिकार उन पर (मायावती पर) छोड़ दिया है, और वह जल्द ही देश और जनता के हितों को ध्यान में रखकर कोई निर्णय लेंगी।

मायावती ने कहा कि वे जनहित और पार्टी (बसपा) आंदोलन के हित को ध्यान में रखते हुए जल्दी ही इस संबंध में कोई अंतिम निर्णय करेंगी। राजधानी में मंगलवार को राष्ट्रीय संकल्प महारैली में उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार के साथ ही केंद्र में सत्तारूढ़ यूपीए सरकार के खिलाफ आग उगल चुकीं बसपा मुखिया ने कहा कि उनकी पार्टी ने यूपीए सरकार को यह सोचकर समर्थन दिया था कि वह सांप्रदायिक ताकतों को कमजोर करने के साथ ही दलितों, पिछड़ों और सर्वजन समाज के हित में काम करेगी।

उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार का रवैया निराशाजनक है और उसकी गलत नीतियों के कारण मंहगाई बढ़ने से समाज का हर तबका परेशान है। केंद्र सरकार को भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में विफल रहने और हाल के दिनों में कई गलत फैसले लेने का आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा, पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मंगलवार शाम और बुधवार सुबह हुई बैठक में, जिसमें कि सांसद और विधायक भी शामिल थे, इन मुद्दों को ध्यान में रखते हुए यूपीए को पार्टी का समर्थन जारी रखने अथवा नहीं रखने के बारे में गहन विचार-विमर्श किया।

उन्होंने बताया कि बहरहाल पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और संसदीय दल ने यूपीए को पार्टी के समर्थन को जारी रखने अथवा वापस लेने के बारे में अंतिम निर्णय लेने का अधिकार उन्हें सौप दिया है। यह कहते हुए कि वे अपना फैसला जल्द ही ले लेगीं, मायावती ने कहा, पार्टी ने अंतिम निर्णय लेने का अधिकार मुझे दे दिया है, इसलिए यह मेरी जिम्मेदारी है कि कोई निर्णय लेने से पहले जनहित और पार्टी आंदोलन के हित से जुडे विभिन्न पहलुओं के समुचित आकलन के बाद ही कोई निर्णय लूं।

बसपा मुखिया ने बताया कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और संसदीय दल ने केंद्र सरकार की जन-विरोधी नीतियों का पर्दाफाश करने के लिए देश भर में प्रदर्शन एवं जनसभाओं के आयोजन का फैसला किया है। उन्होंने कहा, यह आंदोलन देश भर में चलाया जाएगा, ताकि केंद्र सरकार पर दबाव बनाकर उसे जन-विरोधी नीतियां वापस लेने के लिए मजबूर किया जा सके।

मायावती ने यह भी कहा कि पार्टी इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि लोकसभा के चुनाव समय से पहले हो सकते हैं और उस लिहाज से पार्टी संगठन को मजबूत करके हर स्तर पर तैयारी होनी चाहिए और आम चुनाव के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने मंगलवार को पार्टी की महारैली का उल्लेख करते हुए कहा, कल की संकल्प रैली में देश के विभिन्न भागों से उमड़ी लाखों की भीड़ और उसके उत्साह को देखते हुए मैं एक बात पूरे भरोसे के साथ कह सकती हूं कि मेरी पार्टी चुनाव के लिए तैयार है, वह चाहे जब भी हो। बसपा मुखिया ने यह भी दावा किया कि लोकसभा चुनाव जब भी होगें, उनकी पार्टी शानदार प्रदर्शन करेगी।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

(इनपुट भाषा से भी)