नई दिल्ली: दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन के लिए मैनेजमेंट कोटा खत्म करने के दिल्ली सरकार के फैसले से अभिभावकों में कुछ चीज़ों को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई थी, जिसे दूर करने के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने रविवार को अभिभावकों से मुलाक़ात की और उनके सवालों के जवाब दिए।
इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि स्कूलों में एडमिशन के लिए सिफारिशें होती थीं। कई लोग मेरे पास भी सिफ़ारिश लेकर आए, लेकिन अब सिफ़ारिशें नहीं चलेंगी। केजरीवाल ने कहा कि मैनेजमेंट कोटा के नाम पर स्कूल खूब मनमानी करते थे।
मिडिल क्लास के लोगों को बेवजह परेशान किया जाता था। उन्होंने कहा कि अब ऐसा नहीं होगा, अगर स्कूलों ने सरकार का आदेश नहीं माना तो उनकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी।
केजरीवाल ने स्कूलों को ये भी कहा कि समस्याएं सही हैं तो उनको हल करने के लिए हमसे अच्छी सरकार कोई नहीं और दिल काला है तो हमसे बुरी सरकार कोई नहीं।