नई दिल्ली: रेलवे ने लोगों की सुविधा और आरक्षण केंद्रों पर भीड़ कम करने के लिए शुक्रवार को कागजरहित अनारक्षित टिकटों और प्लेटफॉर्म टिकटों की शुरूआत की।
मुंबई उपनगरीय खंडों को ध्यान में रखकर इस सेवा की शुरूआत की गयी जहां 75 लाख यात्री विभिन्न स्थानों पर जाने के लिए स्थानीय ट्रेनों से यात्रा करते हैं। सूचना प्रौद्योगिकी आधारित यात्री सेवाओं की शुरूआत करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन से जुड़ा है और उदेश्य यात्रियों का समय बचाना है।
कागजरहित प्लेटफॉर्म टिकट कार्यक्रम मुंबई उपनगरी खंडों के साथ-साथ नई दिल्ली तथा हजरत निजामुद्दीन स्टेशनों पर लागू होगा। प्रभु ने इसके साथ ही पश्चिम रेलवे, मध्य रेलवे और उत्तर रेलवे के नई दिल्ली तथा पलवल खंड पर कागजरहित सत्र टिकट की शुरूआत भी की।
इस मौके पर मध्य रेलवे और पश्चिमी रेलवे के कई उपनगरीय स्टेशनों पर स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनों की शुरूआत भी की गयी। इनमें से अधिकतर चीजों की घोषणा रेल मंत्री ने अपने बजट भाषण में इस साल की थी। इसके साथ आईओएस प्लेटफॉर्म पर एक रेल पूछताछ मोबाइल ऐप की शुरूआत भी की गयी जिससे 90 फीसदी से अधिक मोबाइल उपयोगकर्ता ऐप की मदद से ट्रेन की वास्तविक स्थिति जान पाएंगे।