यह ख़बर 09 जनवरी, 2011 को प्रकाशित हुई थी

चीन में है उल्फा का कमांडर इन चीफ परेश बरुआ!

खास बातें

  • उल्फा प्रमुख परेश बरुआ इस समय संभवत: चीन में है। मणिपुरी उग्रवादी समूह यूएनएलएफ के गिरफ्तार किए गए प्रमुख ने इसका खुलासा किया है।
New Delhi:

उल्फा प्रमुख परेश बरुआ इस समय संभवत: चीन में है। मणिपुरी उग्रवादी समूह यूएनएलएफ के गिरफ्तार किए गए प्रमुख ने इसका खुलासा किया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा बिहार से गिरफ्तार किए गए यूएनएलएफ प्रमुख आरके सनायैमा उर्फ मेघेन ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया है कि उसने उल्फा कमांडर इन चीफ से 2010 में शंघाई वर्ल्ड एक्सपो के दौरान मुलाकात की थी। सूत्रों ने बताया कि मणिपुरी उग्रवादी नेता ने एनआईए को यह भी बताया है कि उन्होंने बरुआ के साथ दोनों संगठनों की गतिविधियों, भावी योजनाओं, हथियार खरीद और सुरक्षाबलों के हाथों हुए नुकसान के बारे में विस्तार से चर्चा की थी। सूत्रों ने कहा कि 54 वर्षीय बरुआ अपना अधिकांश समय चीन के युन्नान प्रांत में बिताता है, जो म्यांमार की सीमा से सटा इलाका है, लेकिन वह अकसर उत्तरी म्यांमार के काचिन इलाके में भी जाता है। दिलचस्प बात यह है कि विदेशमंत्री एसएम कृष्णा ने राज्यसभा को पिछले महीने सूचित किया था कि भारत ने बरुआ की चीन में मौजूदगी को लेकर पड़ोसी देश की सरकार के साथ बातचीत की है। खबरें आई थीं कि चीन के अधिकारियों ने बरुआ को वीजा जारी किया है। कृष्णा ने कहा था कि सरकार ने (बरुआ की) ऐसी यात्राओं को लेकर मीडिया खबरें देखी हैं। यह मामला चीन के समक्ष उठाया गया है, लेकिन उसने अपने यहां बरुआ की मौजूदगी से इनकार किया है। उल्फा प्रमुख के खिलाफ इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस 14 फरवरी, 1997 को जारी किया गया था। उसने उग्रवाद प्रभावित असम में सरकार के साथ शांति वार्ता से इनकार कर दिया था, हालांकि अरविन्द राजखोवा सहित उसके अधिकांश सहयोगी सरकार से वार्ता को राजी हैं। केंद्र के वार्ताकार पीसी हलधर ने बुधवार को संकेत दिया था कि उल्फा के साथ अगले कुछ हफ्ते में वार्ता शुरू हो सकती है, क्योंकि सरकार और उल्फा नेतृत्व दोनों ही असम में स्थायी शांति कायम करने के उपायों पर चर्चा के इच्छुक नजर आ रहे हैं। राजखोवा ने गुरुवार को हलधर से मुलाकात के बाद सरकार से अपील की थी कि वह उल्फा महासचिव अनूप चेटिया को बांग्लादेश से प्रत्यर्पित करने की कार्रवाई शुरू करे, क्योंकि ऐसा करना शांति वार्ता के हित में होगा। राजखोवा हालांकि सरकार के साथ वार्ता प्रक्रिया में बरुआ के शामिल होने के मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन हलधर ने कहा है कि ऐसी कोई बात नहीं है कि परेश बरुआ या किसी अन्य से ही बातचीत की जाए, हम तो सिर्फ उल्फा से बात कर रहे हैं, न कि किसी व्यक्ति से।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com