यह ख़बर 03 फ़रवरी, 2011 को प्रकाशित हुई थी

संसद के सामने मोहानन का आत्मदाह का प्रयास

खास बातें

  • मुंबई हमले में शहीद हुए एनएसजी के मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के चाचा ने संसद के समक्ष आत्मदाह करने की कोशिश की है।
New Delhi:

मुम्बई में 26 नवम्बर 2008 को हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के चाचा ने गुरुवार शाम संसद भवन के बाहर आत्मदाह की कोशिश की। भतीजे संदीप के शहीद होने के बाद से वह कथित तौर पर परेशान चल रहे हैं। पुलिस के मुताबिक केरल के कोझिकोड़ निवासी के मोहानन ने शाम छह बजे के करीब विजय चौक के समीप संसद भवन के द्वार संख्या चार के बाहर अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की और पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पुलिस मोहानन को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गई जहां उनका इलाज किया जा रहा है।" अधिकारी के मुताबिक मोहनन 85 प्रतिशत तक जल चुके हैं और उनकी हालत नाजुक है। मलयालम भाषा में लिखित अपने सूसाइड नोट में मोहानन ने लिखा है कि मुम्बई हमलों के पीड़ितों के साथ सरकार जिस तरह से बर्ताव कर रही है, उससे वह काफी दुखी हैं। मोहानन संदीप के पिता के छोटे भाई हैं। अधिकारी ने कहा, "वह संदीप के शहीद होने से परेशान थे। आतंकवादियों द्वारा गोली मारे जाने के बाद संदीप ने जिस तरह की पीड़ा को सहन किया था, वह भी उसी पीड़ा का अनुभव करना चाहते थे।" ज्ञात हो कि गत 26 नवम्बर 2008 को मुम्बई स्थित ताज होटल पर आतंकवादी हमलों के खिलाफ अभियान के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) में तैनात संदीप उन्नीकृष्णन शहीद हो गए थे। पुलिस को मोहानन के पास से एक रेलगाड़ी का टिकट और नोट बुक मिला है। अधिकारी ने बताया, "हमें लगता है कि मोहानन राजधानी में गत 30 जनवरी को पहुंचे।"


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