यह ख़बर 11 नवंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

गोवा के सीएम पार्सेकर ने कहा, पर्रिकर को मेरी भी रक्षा करनी चाहिए

फाइल फोटो

पणजी:

रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को भले ही अब देश की रक्षा की जिम्मेदारी दे दी गई है, लेकिन गोवा के नए मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पार्सेकर ने मंगलवार को कार्यभार संभालने के कुछ मिनट बाद कहा कि वह भी उम्मीद करते हैं कि पर्रिकर उनकी रक्षा और हिफाजत करेंगे।

पार्सेकर ने कहा कि वह मंत्रिमंडल बंटवारे पर पर्रिकर से विचार- विमर्श करेंगे और उनकी छोड़ी गई विरासत में उनके विचार को सर्वोच्च स्थान पर रखने की कोशिश करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा, 'शुरुआती दिनों में विशेषकर कैबिनेट और विभागों को लेकर मैं पूर्व मुख्यमंत्री से सलाह और सहयोग मांगूगा। इसके अतिरिक्त मुझे लगता है कि देश की रक्षा के साथ-साथ उन्हें मेरी रक्षा भी करनी चाहिए।'

पार्सेकर ने कहा कि पर्रिकर अगले एक-दो दिनों में गोवा लौटेंगे, जिसके बाद दोनों शासन के मसले पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा, 'मंत्रिमंडल का बंटवारा इस सप्ताह होगा।'

इससे पहले पार्सेकर और उनके समर्थक राज्य सचिवालय पहुंचे जहां उन्होंने गोवा के प्रथम मुख्यमंत्री दयानंद बंदोदकर की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। पुलिस ने उन्हें 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया। इसके बाद वह अपने कार्यालय पहुंचे। मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों ने गुलदस्ते के साथ उनका स्वागत किया।

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री पार्सेकर को पर्रिकर के रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने के बाद राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया है।

पार्सेकर ने स्वीकारा कि पर्रिकर का उन पर काफी प्रभाव है, लेकिन उन्होंने कहा कि  उन्हें एक और मनोहर पर्रिकर बनने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य साफ-सुथरा शासन देना है और बेरोजगारी एक मुख्य चुनौती है।

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पार्सेकर ने कहा, 'गोवा में कई लोग बेरोजगार हैं। इसलिए, स्वरोजगार, पर्यटन, फार्मा, सूचना प्रौद्योगिकी में रोजगार का सृजन जरूरी है। गोवा में युवाओं को सरकारी नौकरी से इतर देखने की जरूरत है।