यह ख़बर 06 अप्रैल, 2011 को प्रकाशित हुई थी

हजारे से बातचीत कर सकती है सरकार, पीएम ने की चर्चा

खास बातें

  • बातचीत का सीधा मतलब यह है कि अनशन के कारण पैदा हुई स्थितियों को शांत करने की जरूरत है क्योंकि अभियान को लोगों का भारी समर्थन मिल रहा है।
नई दिल्ली:

जनलोकपाल विधेयक मुद्दे पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के आमरण अनशन शुरू करने के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस मुद्दे को लेकर कैबिनेट के कुछ सदस्यों के साथ चर्चा की। अब संकेत मिल रहे हैं कि हजारे से बात करने के लिए एक या दो मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। सूत्रों ने बताया कि मनमोहन ने कैबिनेट की बैठक के तुरंत बाद कुछ मंत्रियों के साथ इस मामले पर चर्चा की। सू़त्रों ने कहा कि अनौपचारिक बातचीत का सीधा सा मतलब यह है कि आमरण अनशन के कारण पैदा हुई स्थितियों को शांत करने की जरूरत है क्योंकि इस अभियान को बड़ी संख्या में लोगों का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि एक या दो मंत्रियों या प्रतिनिधियों को हजारे से मुलाकात करके उनकी मांगों और अनशन समाप्त करने को लेकर बात करने की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। यह जिम्मेदारी सौंपने का समय अब तक स्पष्ट नहीं है। इससे पहले कानून मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने कहा कि सरकार सुझावों पर गौर करने के लिए तैयार है हालांकि वह संसद के अगले सत्र में विधेयक पेश करने की इच्छुक है।


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