मुसलमानों को वोट की मंडी का माल और घृणा की वस्तु नहीं, उन्हें अपना समझें : कोझिकोड में पीएम मोदी

मुसलमानों को वोट की मंडी का माल और घृणा की वस्तु नहीं, उन्हें अपना समझें : कोझिकोड में पीएम मोदी

बीजेपी राष्ट्रीय परिषद की बैठक के आखिरी दिन पीएम ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया

खास बातें

  • केरल के कोझिकोड में बीजेपी राष्ट्रीय परिषद की बैठक का आज आखिरी दिन
  • पीएम ने संबोधन में कहा- आचार विचार से राजनीति की प्रतिष्ठा बहाल करनी होगी
  • बोले- बीजेपी इस देश के दरिद्र नारायण की पार्टी है
कोझिकोड:

केरल के कोझिकोड में चल रही बीजेपी राष्ट्रीय परिषद की बैठक का रविवार को तीसरा और आख़िरी दिन रहा. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में शामिल नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम राजनीति में कुछ लेने या फिर हासिल करने में विश्‍वास नहीं करते. उन्होंने कहा- हम सत्ता के सिंहासन पर पहुंचने को लक्ष्य का अंत नहीं मानते.

पीएम ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि जवानी से लबालब भरे देश के सपने भी जवान होने चाहिए. उन्होंने कहा हम जनता के कल्‍याण के लिए खुद को खपाने आए हैं और हमारे आचार और विचार में समानता होनी चाहिए. आचार विचार से हमें राजनीति की प्रतिष्ठा बहाल करनी होगी. उन्होंने इस बात पर भी इंगित किया कि राजनीतिक जीवन में गिरावट आई है. बीजेपी इस देश के दरिद्र नारायण की पार्टी है.

मुसलमानों तक पहुंच बनाने की पहल करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा की बैठक में कहा कि वे 'घृणा के पात्र नहीं' हैं और न ही उन्हें ''वोट मंडी की वस्तु'' के रूप में देखा जाना चाहिए बल्कि उनके साथ 'अपनों' की तरह से व्यवहार करना चाहिए. प्रधानमंत्री मोदी ने जनसंघ के विचारक दीनदयाल उपाध्याय का हवाला दिया और कहा कि मुस्लिमों को 'अपना' माना जाना चाहिए. केरल में मुस्लिमों की अच्छी खासी आबादी है और पार्टी वहां अपना आधार बढ़ाना चाहती है.

भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का मिशन 'सबका साथ, सबका विकास' कोई राजनीतिक नारा नहीं है बल्कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का कल्याण सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता है. अपने भाषण में मोदी ने धर्मनिरपेक्षता, संतुलित एवं समावेशी विकास और चुनाव सुधारों की जरूरत के बारे में विस्तार से चर्चा की और दीनदयाल उपाध्याय को उनकी जन्मशती पर उन्हें नमन किया .

उन्होंने कहा, ''इन दिनों इसकी परिभाषा को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जाता है. यहां तक कि इन दिनों राष्ट्रवाद को भी कोसा जाता है.'' दीन दयाल उपाध्याय के जीवन एवं योगदान का जिक्र करते हुए मोदी ने उनका हवाला देते हुए कहा कि मुसलमानों को न पुरस्कृत करो और न ही फटकारो. उन्हें सशक्त बनाओ. वे न तो वोट मंडी की वस्तु हैं और न ही घृणा के पात्र. उन्हें अपना समझो.''

प्रधानमंत्री ने जनसंघ के दिनों के बाद से पार्टी की यात्रा को याद किया और इस बात पर जोर दिया कि हमने विचारधारा के साथ कभी समझौता नहीं किया . उन्होंने कहा कि अगर भाजपा विचारधारा से समझौता करती तब काफी पहले सत्ता हासिल कर लेती. मोदी ने कहा कि कोई भी अछूत नहीं है और अगर कोई मनुष्य आहत होता है तब पूरे समाज को इसकी पीड़ा की अनुभूति होनी चाहिए .

पीएम मोदी के संबोधन से पहले कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने दोहराया कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. इसे हमसे दुनिया की कोई ताकत छीन नहीं सकती जो हमारे संविधान को नहीं मानते उससे इस बारे में कोई चर्चा नहीं होगी. दीन दयाल उपाध्याय की जन्मशती को ग़रीब कल्याण वर्ष के रूप में मनाने का फ़ैसला किया. अपने भाषण में अमित शाह ने बीजेपी सरकार की जमकर तारीफ़ की और साथ ही बीजेपी को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बताया. यह पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


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