यह ख़बर 03 जुलाई, 2014 को प्रकाशित हुई थी

पार्टी और सरकार में बेहतर समन्वय के लिए महीने में एक दिन पार्टी मुख्यालय जाएंगे मंत्री

फाइल फोटो

नई दिल्ली:

भाजपा ने सरकार-पार्टी के बीच बेहतर समन्वय के प्रयास में बुधवार को निर्णय लिया कि उसके मंत्री पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने और उनकी शिकायतें सुनने के लिए महीने में एक बार पार्टी मुख्यालय जाएंगे।

यह निर्णय आज भाजपा मुख्यालय पर आयोजित एक बैठक में किया गया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया। इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष एवं गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ कई अन्य केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी के शीर्ष नेताओं ने हिस्सा लिया।

बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संवाददाताओं से कहा, 'भाजपा ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक मंत्री महीने में एक बार पार्टी कार्यालय आएंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं की बात सुनेंगे।'

उन्होंने कहा, 'जनता से सरकार के लिए सुझाव लेने के लिए पार्टी कार्यालय में प्रतिदिन एक मंत्री मौजूद रहेंगे।' उन्होंने कहा कि किसी भी लोकतंत्र में यह एक स्वस्थ परंपरा है जहां पार्टी कार्यकर्ताओं की आवाज सुनी जाएगी और सरकार के लिए सुझाव लिए जाएंगे।

जावड़ेकर ने कहा कि सभी मंत्रियों से यह भी कहा गया है कि जब भी वे दिल्ली से बाहर जाएं वे अपने-अपने राज्य में पार्टी कार्यालय भी जाएं और पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्पर्क में रहें। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था अटल बिहारी वाजयेयी के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती राजग सरकार के दौरान शुरू की गई थी जिसमें मंत्री 'सहयोग' कार्यक्रम के तहत कार्यकर्ताओं से मुलाकात करते थे।

उन्होंने कहा, 'हमने उसे बहाल किया है।' बैठक के दौरान मोदी, राजनाथ सिंह ने कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों और योजनाओं की चर्चा की तथा सभी मंत्रियों से कहा कि वे संबंधित राज्यों में और अधिक दौरे करें।

यह बैठक सरकार बनने के बाद पार्टी में प्रस्तावित फेरबदल से पहले हुई है क्योंकि अधिकतर पार्टी नेता सरकार का हिस्सा हैं। पार्टी में राजनाथ सिंह की जगह नया अध्यक्ष बनाने की तैयारी है जिनके बारे में संभावना है कि वह जल्द अध्यक्ष पद छोड़ सकते हैं।

दो घंटे चली बैठक की शुरुआत भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह की टिप्पणियों से हुई जिसके बाद प्रधानमंत्री ने संबोधित किया। मोदी ने प्रभावी प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए पार्टी और सरकार के बीच बेहतर समन्वय पर जोर दिया।

सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भाजपा सदस्यों को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया कि वे उन सभी राज्यों में विजयी होकर उभरें जहां इस वर्ष के अंत में और अगले वर्ष के शुरू में चुनाव होने हैं।

मोदी ने सभी मंत्रियों और पार्टी नेताओं से कहा कि वे सरकार के निर्णयों को आक्रामक और प्रभावी तरीके से लें और उचित तर्क के साथ जनता के पास जाएं।

उन्होंने इसके साथ ही पार्टी और संगठन के बीच और समन्वय पर जोर दिया और अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों से अच्छे शासन तथा नीतिगत पहलों के संदेश को जनता तक ले जाने को कहा।

भाजपा महासचिव (संगठन) रामलाल ने भी बैठक को संबोधित किया। इस दौरान पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ मंत्री भी मौजूद थे। बैठक के बाद रात्रिभोज का आयोजन किया गया। बैठक में मौजूद अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं में अमित शाह, जेपी नड्डा और मुख्तार अब्बास नकवी शामिल थे।

बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी अनुपस्थित रहे। उनकी अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर जावड़ेकर ने कोई उत्तर देने से इनकार कर दिया।

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सूत्रों ने बताया कि इस दौरान पार्टी ने दिल्ली के लिए अपनी रणनीति पर भी चर्चा की।