नई दिल्ली:
पीएम मोदी ने राज्यसभा में अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि लोकतंत्र में न किसी धमकी चली है न चलेगी। अपने नजरिए से जीने के लिए मजबूर न करें। धमकियों की भाषा किसकी है, सब जानते हैं। आपातकाल में क्या हुआ था, सबको पता है।
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अपने नजरिये से जीने के लिए मजबूर न करें
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आपातकाल में क्या हुआ सब जानते
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अपने नजरिए से जीने के लिए मजबूर न करें
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योजनाओं के नाम आपने बदले
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मैंने कहा था देश आगे ले जाने में सभी सरकारों का योगदान
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हममें भी कुछ कमियां हैं
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यूपीए ने भी अटल बिहारी वाजपेयी के वक्त की योजनाओं के नाम ही बदले
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आदिवासी बहुल राज्यों में बीजेपी सत्ता में
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हम दक्षिण में सरकार बनाने में सफल रहे
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ईसाई बहुल गोवा में बीजेपी की सरकार है
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जहां ईसाई समाज निर्णायक, वहां भी बीजेपी
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लद्दाख से कन्याकुमारी तक बीजेपी की सरकार
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जनता ने मुझे बहुत बड़ा दायित्व दिया है
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जनधन योजना में गरीबों के खाते खुले, क्या यह कारपोरेट जगत के लिए कार्यक्रम था?
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गंगा सफाई अभियान क्या कॉरपोरेट वर्ल्ड के लिए है?
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हाउसिंग फॉर ऑल गरीबों के लिए है
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संतुलित विकास से ही देश आगे बढ़ेगा
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गरीबों के लिए शुरू की योजनाएं
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बजट में राज्यों को ज्यादा हिस्सा दिया गया है
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आम लोग रोजगार देते हैं, देश भी चलाते हैं
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गोल्ड बॉन्ड के लिए आगे बढ़ना चाहते हैं
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अच्छी स्थिति के लिए अच्छी नीति रीति जरूरी
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उपदेश देने से पहले आइना देखें
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गुड गवर्नेंस हमारा प्रयास है
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भगवान करे हम सत्ता के नशे से बचें
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रेलवे-हाइवे में टकराव चलता था
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350 प्रस्तावों को मंजूरी मिली
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हर रोज 10.1 किमी हाइवे बन रहा है
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नया मॉडल गांव के लिए विकसित हो रहा है
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आधार आधारित काम हमारे समय में बढ़ा है
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लैंड बिल पर अफवाह न फैलाएं
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काला धन लाना हमारी सरकार का संकल्प
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खाद्य सुरक्षा में बदलाव नहीं
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कश्मीर में न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत काम करेगी सरकार
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आतंकवाद पर केंद्र सरकार जीरो टॉलरेंस के अपने रास्ते पर चलेगी