Exclusive: पुलिस अफसरों के साथ रण ऑफ कच्छ में करेंगे योग पीएम नरेंद्र मोदी

Exclusive: पुलिस अफसरों के साथ रण ऑफ कच्छ में करेंगे योग पीएम नरेंद्र मोदी

21 जून, 2015 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर राजपथ पर योग करते पीएम मोदी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कच्छ के रण में आईबी द्वारा आयोजित पुलिस महानिदेशकों के सम्मेलन में पुलिस अफसरों के साथ योग करेंगे। पुलिस तनाव में रहती है और बड़ी संख्या में पुलिस अफसर पूरी तरह फिट नहीं हैं। इन दोनों बातों का इलाज है योग। इसी वजह से प्रधानमंत्री मोदी ने फैसला लिया है कि इस बार रण ऑफ कच्छ में इकट्ठा हो रहे देश के सभी पुलिस वाले योग करेंगे।

ट्रैक सूट जरूर लाएं : आईबी
आईबी की तरफ से हिस्सा लेने वाले सभी पुलिस वालों को ये निर्देश दिया गया है कि वो ट्रैक सूट लेकर आएं। 19 और 20 दिसंबर को सुबह 6 बजे से 7:30 बजे तक उन्हें योग करना है। अफसरों में महिला और पुरुष में फर्क नहीं होता, लेकिन योग क्लास में होगा। यहां पुरुष और महिलाएं अलग-अलग योग करेंगे। यहां तक कि जिन अफसरों की बीवियां जा रही हैं, उन्हें भी योग करना पड़ेगा। गुजरात के डीजीपी पीसी ठाकुर ने कहा, हमने पांच योग टीचर भी नियुक्त किए हैं, जो सभी पुलिस वालों को योग करवाएंगे।" उनके मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी भी पुलिसवालों के साथ योग करेंगे।

पुरुष बंदगला और महिलाएं साड़ी ही पहनें
यही नहीं सभी पुलिस अफसरों को चिट्ठी लिखकर कहा गया है कि सिर्फ फॉर्मल कपड़े ही पहनें। पुरुषों के लिए ड्रेस कोड है ब्लू ब्लेज़र और बंदगला, जबकि महिलाओं के लिए साड़ी पहनना जरूरी है। हालांकि इसे लेकर महिला अफसर कुछ नाराज हैं, क्योंकि उनका कहना है कि सभी महिलाएं साड़ी नहीं पहनतीं और सलवार कमीज भी फॉर्मल ही है।

सूर्योदय या सूर्यास्त देखना जरूरी
सभी पुलिस वालों को ये निर्देश भी दिया गया है कि वे कच्छ में या तो सूर्योदय या डूबता हुआ सूरज जरूर देखें। इसके लिए भी मैकेनिज्म तैयार किया जा चुका है।

पीएम मोदी और अफसर रहेंगे टेंट में
इस बार आईबी, पुलिस महानिदेशकों की बैठक रण ऑफ कच्छ में 18 से 20 दिसंबर को आयोजित कर रही है। पाकिस्तान की सरहद से महज 170 किलोमीटर दूर करीब 650 टेंट लगाए जा रहे हैं। करीब 50 डीजीपी और बाक़ी आईजी इनमें रहेंगे। देश भर से कुल मिलाकर 300 अफसर शिरकत करेंगे।

IB कर रही पूरी तैयारी
ये पहली बार है कि प्रधानमंत्री अफसरों के साथ ढाई दिन रहेंगे। अभी तक प्रधानमंत्री आते थे और अपना भाषण देकर तथा कुछ समय अफसरों के साथ बिताकर चले जाते थे। लेकिन इस बार देश की आंतरिक सुरक्षा से लेकर, चरमपंथ, ISIS से ख़तरा, सोशल मीडिया की चुनौती और तटीय सुरक्षा को लेकर सेशन प्लान किए गए हैं। सुबह 9 बजे से लेकर रात 9 बजे तक प्रधानमंत्री अलग-अलग सेशन में हिस्सा लेंगे।

पिछली बार यह सम्मेलन गुवाहाटी में हुआ था। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया था कि वो नहीं चाहते कि इस तरह का सम्मेलन दिल्ली में हों। वो चाहते हैं कि देश के अलग-अलग हिस्सों से सभी पुलिस वाले वाकिफ हो।

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न कबाब, न शराब
लेकिन जिस बात को लेकर अफसर सबसे ज़्यादा दुखी हैं, वो ये है कि 12 घंटे काम करने के बाद न उन्हें कबाब मिलेंगे (क्योंकि यहां सिर्फ़ शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा) और न ही शराब मिलेगी, क्योंकि गुजरात ड्राई स्टेट है।