यह ख़बर 21 अप्रैल, 2011 को प्रकाशित हुई थी

भ्रष्टाचार पर सब्र का बांध टूट चुका है : पीएम

खास बातें

  • मनमोहन ने कहा कि भ्रष्टाचार बर्दाश्त करने का जनता के सब्र का बांध टूट चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार इस चुनौती से सख्ती से निपटने को प्रतिबद्ध है।
New Delhi:

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि भ्रष्टाचार को बर्दाश्त करने का जनता के सब्र का बांध अब टूट चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार इस दुराचार की चुनौती से सख्ती से निपटने को प्रतिबद्ध है, क्योंकि जनता इसके खिलाफ तुरंत और कठोर कार्रवाई चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से संसद के मॉनसून सत्र में भ्रष्टाचार की नकेल कसने के लिए चर्चित लोकपाल विधेयक पेश कर दिए जाने की उम्मीद है। विख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे के आमरण अनशन के बाद इस विधेयक का मसौदा तैयार करने के लिए समाज और सरकार के पांच-पांच सदस्यों वाली एक सयुंक्त समिति गठित की गई है। प्रधानमंत्री ने विज्ञान भवन में आयोजित सिविल सर्विस डे के अवसर पर अपने उद्घाटन भाषण में कहा, हम इस बात को पहचानें कि जनता अब भ्रष्टाचार के मौजूदा मौहाल को कतई बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है। जनता इसके खिलाफ फौरी और सख्त कार्रवाई चाहती है और उसकी यह इच्छा सही है। उन्होंने भ्रष्टाचार को बड़ी चुनौती बताते हुए कहा, हमें निडरता से इसका मुकाबला करना है। सिंह ने सभागार में बड़े पैमाने पर मौजूद भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों से कहा, मैं आपसे उम्मीद करता हूं कि अपने उच्च अधिकारियों, खासतौर पर राजनीतिक नेतृत्व को आप ईमानदार और बेखौफ सलाह देंगे।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com