जाकिर नाईक का फाउंडेशन निभा रहा है आतंकवाद में सक्रिय भूमिका : संजय राउत

जाकिर नाईक का फाउंडेशन निभा रहा है आतंकवाद में सक्रिय भूमिका : संजय राउत

खास बातें

  • 'सामने आए तथ्यों से पता चलता है कि युवाओं के दिमाग में जहर भरा जा रहा है'
  • 'जाकिर नाईक का नाम बांग्लादेश में हुए आतंकी हमले में सामने आया था'
  • 'ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए समय रहते कदम उठाना चाहिए'
नई दिल्‍ली:

शिवसेना ने बुधवार को राज्यसभा में आरोप लगाया कि विवादित उपदेशक जाकिर नाईक का इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन देश में आतंकवाद को प्रोत्साहन देने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है.

शिवसेना के संजय राउत ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि गृह मंत्रालय ने बार-बार कहा है कि भारत में आईएसआईएस का प्रभाव बहुत ही सीमित है लेकिन सामने आए तथ्यों से पता चलता है कि युवाओं के दिमाग में जहर भरा जा रहा है.

उन्होंने दावा किया कि केरल से पांच महिलाओं और तीन बच्चों सहित लापता हुए 21 लोग अफगानिस्तान गए और आईएसआईएस में शामिल हो गए. चिंता की बात यह है कि अफगानिस्तान गए इन लोगों में से पांच ने अपना धर्म बदला और आईएसआईएस में शामिल हुए.

राउत ने कहा, ‘‘धर्म बदलने के बाद वह लोग आईएसआईएस में शामिल हो गए और आतंकवादी बन गए. यह आखिर कौन कर रहा है ..जाकिर नाईक का नाम बांग्लादेश में हुए आतंकी हमले में सामने आया था. उसका संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन देश में आतंकवाद को प्रोत्साहन देने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है.’’

शिवसेना नेता ने यह भी कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों से हाल ही में हुई गिरफ्तारियां बताती हैं कि आईएसआईएस अपना नेटवर्क फैला रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि जमात उल मुजाहिदीन पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती हिस्सों में अपना जाल फैला रहा है और बेरोजगार युवकों को संगठन में शामिल होने के लिए उकसा रहा है. राउत ने कहा कि गृह मंत्रालय को ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए समय रहते कदम उठाना चाहिए.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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