यह ख़बर 01 अगस्त, 2012 को प्रकाशित हुई थी

पुणे में हुए धमाके सुनियोजित साजिश : गृह सचिव

खास बातें

  • एफएसएल की शुरुआती जांच में पता चला है कि धमाके में अमोनियम नाइट्रेट और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया। साथ ही इन धमाकों में इस्तेमाल की गई सभी साइकिलें नई थीं।
पुणे:

केंद्र सरकार ने माना है कि पुणे में हुए धमाके आतंकवादी साजिश के दायरे में आते हैं। सरकार मानती है कि यह एक सुनियोजित साजिश थी। केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने कहा कि ये धमाके सुनियोजित साजिश है। आरके सिंह ने धमाकों के पीछे आतंकी साजिश से भी इनकार नहीं किया है।

सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि एफएसएल की शुरुआती जांच में पता चला है कि धमाके में अमोनियम नाइट्रेट और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया था। साथ ही इन धमाकों में इस्तेमाल की गई सभी साइकिलें नई थीं। अब इन साइकिलों को खरीदने वाले शख्स की तलाश की जा रही है। एनएसजी की टीम ने मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। टीम के सदस्यों ने चारों जगहों से सैंपल लिए हैं। धमाकों में घायल हुआ शख्स फिलहाल शक के दायरे से बाहर है, लेकिन उससे पूछताछ हो रही है। उसकी पत्नी को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
 
गौरतलब है कि पुणे में बुधवार शाम चार सिलसिलेवार धमाके हुए, जिसमें एक शख्स घायल हो गया। ये धमाके लो इंटेसिटी के थे। धमाकों की जगह से मिले एक जिंदा बम को पुलिस ने निष्क्रिय कर दिया। धमाके में घायल शख्स दयानंद पाटिल से पूछताछ की जा रही है।

जंगली महाराज रोड यानी जेएम रोड पर पुणे महानगरपालिका मुख्यालय से एक किलोमीटर की दूरी पर बाल गंधर्व थियेटर है, इसी के आसपास 300 मीटर के दायरे में ही धमाके की दूसरी जगहें हैं। धमाके के लिए उन जगहों को चुना गया, जहां शाम छह बजे से रात नौ बजे तक काफी भीड़ होती है। चारों धमाके शाम 7 बजकर 27 मिनट से 8:15 बजे के बीच हुए।

सबसे पहला ब्लास्ट बाल गंधर्व थियेटर के सामने हुआ, दूसरा मैक्डोनाल्ड रेस्त्रां के बाहर, तीसरा देना बैंक के बाहर, जबकि चौथा धमाका गरवारे चौक पर हुआ। पुलिस के मुताबिक एक जगह धमाका एक शख्स के हाथ में प्लास्टिक बैग में हुआ। दूसरा मैक्डोनल्ड के बाहर कचरा पेटी में, जबकि दो और धमाके बाहर खड़ी साइकिल पर हुए। इन धमाके की टाइमिंग पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि कल सुशील कुमार शिंदे ने गृहमंत्री का पद संभाला और उनका कल ही पुणे आने का भी कार्यक्रम था, जो कि टल गया।

धमाकों के लिए अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन धमाके जिस सिलसिलेवार तरीके से भीड़भाड़ वाले इलाके में हुए, उससे यह साफ हो रहा है कि इसके लिए खास तौर पर साजिश रची गई होगी।

पुलिस ने धमाके की जगह से पेंसिल सेल और छोटे डेटोनेटर भी बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक धमाकों में एक जैसे विस्फोटकों का ही इस्तेमाल हुआ है। पुलिस के मुताबिक उसने घटना स्थल से सारे विस्फोटक और फॉरेंसिक सबूत इकठ्ठा कर लिए हैं।

जांच के लिए पुणे में मौजूद एंटी टेररिज्म स्कॉवड की टीम के अलावा दिल्ली से भी नेशनल इंवेस्टिगेटिव एंजेसी यानी एनआईए की दो टीमों के साथ बम विशेषज्ञ पुणे पहुंचे हैं। धमाके के बाद मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया।

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धमाकों के फौरन बाद राज्य के गृहमंत्री आरआर पाटिल और उपमुख्यमंत्री अजित पवार पुणे पहुंच गए। मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि एटीएस की टीम ने उन्हें मामले में प्राथमिक जांच रिपोर्ट सौंप दी है।