यह ख़बर 01 मई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

सज्जन कुमार को बरी किए जाने के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन, मेट्रो ट्रेन रोकी

खास बातें

  • प्रदर्शनकारी सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन में घुस गए थे और इस वजह से मेट्रो स्टेशन को कुछ देर के लिए बंद भी करना पड़ा। हालांकि बाद में ट्रेनों का आवागमन सामान्य हो गया।
नई दिल्ली:

वर्ष 1984 के सिख विरोधी हिंसा के दिल्ली कैंट मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को अदालत द्वारा बरी किए जाने से दंगा पीड़ित काफी नाराज हैं। बुधवार को नाराज सिख प्रदर्शनकारी न सिर्फ पुलिस वालों से भिड़े, बल्कि सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन में भी घुसकर ट्रेनों पर भी चढ़ गए। इसकी वजह से सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन को कुछ देर के लिए बंद करना पड़ा। हालांकि बाद में ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई।

इससे  पहले, तिलक नगर इलाके में लोगों ने पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम कर दिया। इससे पूरे इलाके में ट्रैफिक प्रभावित हो गया।

मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत ने 31 अक्टूबर, 1984 को देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सिखों के खिलाफ भड़के दंगे के दौरान दिल्ली कैंट इलाके में पांच लोगों की हत्या से जुड़े मामले में सज्जन कुमार को बरी कर दिया था, जबकि पांच अन्य को दोषी करार दिया।

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कांग्रेस नेता को बरी किए जाने पर पीड़ित परिवार और राजनीतिक नेताओं दोनों तरफ से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई। बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने सिख विरोधी दंगा मामलों की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में विशेष जांच दस्ते (एसआईटी) से जांच की मांग की। कड़कड़डूमा अदालत के बाहर विरोध प्रदर्शन के लिए भीड़ जमा हो गई थी। कांग्रेस के खिलाफ शर्म-शर्म के नारे लगाते हुए कुछ लोग अदालत परिसर में घेरा फांद कर प्रवेश कर गए।