फरीदकोट: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को उन दो लोगों के परिजनों से मुलाकात की, जिनकी पिछले माह गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस गोलीबारी में मौत हो गई थी। इन दोनों की मौत पुलिस फायरिंग में उस समय हो गई थी जब सिख 14 अक्टूबर को फरीदकोट के निकट अरगारी गांव में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
इस अवसर पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा, पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता अमरिंदर सिंह, पंजाब कांग्रेस पार्टी विधायक दल के नेता सुनील जाखड़, यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा और पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्टल भी मौजूद थे।
आठ किमी की पदयात्रा शुरू की
परिवार के साथ कुछ समय बिताने के बाद राहुल ने अपनी 8 किलोमीटर की यात्रा शुरू की। इस पदयात्रा के दौरान उनका बेहबल कलां गांव जाने का भी कार्यक्रम है जहां फायरिंग की यह घटना हुई थी। बाद में वे बरगारी गांव के गुरुद्वारे में प्रार्थना सभा में भी शिरकत करेंगे। अपनी दो दिन की यात्रा के दौरान राहुल बठिंडा जिले के किसानों से भी मुलाकात करेंगें।
सरकार ने गठित की है एसआईटी
पिछले माह कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की ओर से किए गए प्रदर्शन के दौरान फायरिंग को लेकर पुलिस आलोचना के घेरे में आई थी। इस मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था और अज्ञात पुलिस अफसरों मर्डर और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत मामला भी दर्ज किया था।
आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पिछले माह ही मारे गए दोनों प्रदर्शनकारियों के परिजनों से मुलाकात कर चुके हैं। सिख संगठन फायरिंग की घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और मारे गए लोगों की याद में बरगारी में एक स्मारक बनाने की मांग कर रहे हैं। (साथ में एजेंसी के भी इनपुट)