यह ख़बर 19 दिसंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

कांग्रेस के खिलाफ आवाज उठाई तो चारा घोटाले में फंसा दिया : जगन्नाथ मिश्र

खास बातें

  • बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा ने बुधवार को दावा किया कि कांग्रेस के खिलाफ और राज्य के हक में बोलने के कारण उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा और प्रताड़ित करने के लिए सीबीआई की मदद से उन्हें झूठे तरीके से चारा घोटाला मामले में फंसा दिया गया।
पटना:

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा ने बुधवार को दावा किया कि कांग्रेस के खिलाफ और राज्य के हक में बोलने के कारण उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा और प्रताड़ित करने के लिए सीबीआई की मदद से उन्हें झूठे तरीके से चारा घोटाला मामले में फंसा दिया गया।

अपनी पुस्तक ‘बिहार 'विकास और संघर्ष' के लोकार्पण कार्यक्रम में जगन्नाथ मिश्र ने कहा, ‘‘बिहार के हक में आवाज उठाने के लिए मुझे अनावश्यक रूप से प्रताड़ित किया गया है। कांग्रेस के खिलाफ आवाज उठाने पर प्रताड़ित करने के लिए मुझे जानबूझकर सीबीआई की मदद से झूठे आरोप में फंसा दिया गया।’’

मिश्र ने कहा कि सीबीआई इस मामले में बीते 16 वर्ष के दौरान उनके खिलाफ एक भी गवाह पेश नहीं कर सकी है। उन्होंने ही सबसे पहले चारा घोटाले का मामला उठाया था।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘प्रताड़ित करने के लिए मुझे कांग्रेस से छह वर्ष के लिए निलंबित कर दिया। राष्ट्रवादी कांग्रेस :एनसीपी: में गया तो वह भी छोड़नी पड़ी, क्योंकि पार्टी ने कांग्रेस का दामन थाम लिया।’’

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मिश्र ने कहा, ‘‘बिहार के बुनियादी हक की लड़ाई के लिए लड़ने की मुझे सजा मिली है। कांग्रेस का मुख्यमंत्री रहते हुए मैं आवाज नहीं उठा पाता था, क्योंकि वह जनमत मुझे नहीं बल्कि इंदिरा गांधी को मिला था। वर्तमान में नीतीश कुमार को जनता ने सशक्त किया है क्योंकि जनमत उनके साथ है।’’