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जयपुर:
राजस्थान में इस साल नवंबर में हुए निकाय चुनाव से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कोटा के लाडपुरा से बीजेपी विधायक भवानी सिंह राजावत लोगों को धमकाते हुए दिख रहे हैं। बीजेपी विधायक लोगों से कह रहे हैं कि अगर बीजेपी उम्मीदवार को वोट नहीं दिए, तो उनके अवैध तौर पर बने घरों को खाली करा दिया जाएगा।
भवानी सिंह कमल के निशान पर बटन दबाने के लिए लोगों पर दबाव बना रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद विधायक सफाई दे रहे हैं कि मैंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया और सिर्फ जनता को वोट देने के लिए कहा है। साथ ही वह यह भी दुहाई दे रहे हैं कि बहुत सारे नेता इस तरह के लहजे में बात करते हैं।
राजावत ने कहा, मामला नगर निकाय चुनाव से जुड़ा है और मेरी विधानसभा में एक योजना है, जिसके तहत करीब 250-300 घरों में लोग अवैध तरीके से रह रहे हैं। उन्होंने कहा, वे मेरे साथ आए थे। मैंने उनकी गरीबी देखते हुए उन पर दया दिखाई और उन्हें उन घरों में रहने दिया। बाद में उन्हें पुनर्वास योजना के तहत कुछ अन्य स्थानों पर भेज दिया।
राजावत ने आरोप लगाया, जब निकाय चुनाव आए, तो मैंने उनसे कहा कि मैं आपको रहने की जगह दे रहा हूं और बुनियादी सुविधाएं दे रहा हूं, इसलिए आप बीजेपी को वोट दें, कांग्रेस को नहीं। कांग्रेस ने आपके लिए कुछ नहीं किया और केवल गरीबों का शोषण किया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले ही दिनों कोटा के बीजेपी विधायक विधायक प्रह्लाद गुंजल को एक मेडिकल अफसर को फोन पर गालियां देने और धमकाने के आरोप में पार्टी ने निलंबित कर दिया।
विधायक प्रह्लाद गुंजल ने गबन के मामले में फंसे अस्पताल के एक कर्मचारी की मनमाफिक जगह पोस्टिंग की सिफारिश की थी, लेकिन जब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने ऐसा नहीं किया, तो उन्होंने फोन पर धमकी देते हुए मेडिकल अफसर से कहा, अगर काम नहीं हुआ, तो ऐसा खौफ पैदा कर दूंगा कि बच्चों को रात में नींद नहीं आएगी।
इस पूरी घटना का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। विधायक ने डॉक्टर को गाली देते देते हुए कहा कि वह दफ्तर में उनके सिर मुंडवा देंगे और जूतों से उनकी पिटाई करेंगे। आहत मेडिकल अफसर ने अपना इस्तीफा भेज दिया था, हालांकि उन्होंने राज्य के गृह मंत्री के सीबी-सीआईडी से जांच करवाने के भरोसे के बाद अब इस्तीफा वापस लिया है।
(इनपुट भाषा से भी)