रामगोपाल यादव ने कांग्रेस के साथ गठबंधन के संकेत दिए
नई दिल्ली: चुनाव आयोग द्वारा अखिलेश यादव गुट को चुनाव चिन्ह 'साइकिल' दिए जाने पर रामगोपाल यादव ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में चुनाव आयोग का आभार जताया. उन्होंने कहा कि अब सपा कार्यकर्ता अखिलेश यादव को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाने के लिए चुनावी मैदान में उतर जाएं.
कांग्रेस के साथ गठबंधन के मसले पर उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को लेना है लेकिन साथ ही उम्मीद जताते हुए कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन की उम्मीद है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि एक-दो दिनों में सपा प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद इस मसले पर तस्वीर साफ होगी.
मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच साइकिल सिंबल पर हुए संघर्ष के बाद जैसे ही अखिलेश यादव के पक्ष में खबर आई, वैसे ही ट्विटर पर भी प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया.
इस मसले पर पिता-पुत्र के बीच मध्यस्थता की भूमिका निभाने वाले लालू प्रसाद ने फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, '' अखिलेश के नेतृत्व में विकासशील, प्रगतिशील, धर्मनिरपेक्ष एवं न्यायप्रिय सरकार बननी तय है. हम सब मिलकर सांप्रदायिक ताकतों को हराएंगे.'' उल्लेखनीय है कि मुलायम सिंह और अखिलेश यादव के बीच विवाद को सुलझाने की लालू ने कोशिश की थी लेकिन उनको सफलता नहीं मिली. उसके बाद लालू ने कहा था कि कम से कम अगले तीन महीनों तक सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद अब दोबारा मुलायम सिंह को नहीं मिलने वाला है.
पत्रकार, लेखक और राजनीतिक विश्लेषक शाहिद सिद्दीकी ने कहा, ''अखिलेश को साइकिल सिंबल मिला. यह उनके लिए बड़ी जीत है. उनको 90 प्रतिशत सपा वोटरों का समर्थन मिलने के साथ युवाओं और महिलाओं का समर्थन भी मिलेगा. मुलायम सिंह को झटका.''
ट्विटर पर सीमा चौधरी ने मजाकिया लहजे में लिखा कि अंतिम रूप से अखिलेश यादव को अपनी साइकिल मिल गई और उसके तत्काल बाद अपनी चमचमाती ऑडी में वह मुलायम सिंह के यादव चले गए.
राजीव सिन्हा ने ट्वीट किया, ''चुनाव आयोग ने अखिलेश यादव को साइकिल की सवारी का लाइसेंस दे दिया.''