19 कोयला खानों की नीलामी से मिले 1.10 लाख करोड़ रुपये : पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो

खंडवा (मध्य प्रदेश):

पूर्व संप्रग सरकार पर कोयला खान आवंटन में करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद मात्र 19 कोयला खदानों की नीलामी से ही सरकार को 1.10 लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिला है।

प्रधानमंत्री ने आज श्रीसिंगाजी ताप विद्युत परियोजना की 600-600 मेगावाट की दो इकाईयों के लोकार्पण समारोह के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले जब वह कहा करते थे कि कोयला खदान आवंटन में देश को 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है तो लोग उस पर विश्वास नहीं करते थे।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद मात्र सौ दिनों में ही कोयला खदानों की नीलामी का निर्णय लिया गया तथा आवंटन रद्द की गई 204 में से मात्र 19 खदानों की नीलामी से ही 1.10 लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिला है। उन्होंने कहा कि अब 204 कोयला खदानों की नीलामी से सरकार को कितना राजस्व प्राप्त होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की ही चार कोयला खदानों की नीलामी से राज्य सरकार को 40 हजार करोड़ का राजस्व मिला है। पूर्ववर्ती संप्रग सरकार में कोयला खदानों के आवंटन के तरीके का जिक्र करते हुए मोदी ने आरोप लगाया, 'उस समय दिल्ली में एक घर से संदेश निकलता था और दूसरे घर से चिट निकलती थी, जबकि सरकार द्वारा उनको आंख मूंदकर कोयला खदान आवंटित कर दी जाती थी।'

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उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से 204 खदानें मामूली राशि पर आवंटित कर दी गईं। मोदी ने कहा कि हमने कहा था कि कोयला ही काला नहीं बल्कि इसका कारोबार भी काला है और यह सही साबित हुआ। मोदी ने कहा कि उन्होंने पूर्व में ही कहा था कि वह प्रधानमंत्री के रुप में नहीं चौकीदार के रुप में काम करेंगे और उनका कोई व्यक्तिगत एजेंडा नहीं है तथा वह उसका पालन कर रहे हैं।