यह ख़बर 20 नवंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

बीजेपी ने कहा, अपनी मांग पर विचार करें यशवंत

खास बातें

  • भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा से अपील की कि वह पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी का इस्तीफा मांगने की अपनी मांग पर पुनर्विचार करें क्योंकि सार्वजनिक तौर पर इस तरह की याचना करना सर्वथा अनुचित है।
नई दिल्ली:

भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा से अपील की कि वह पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी का इस्तीफा मांगने की अपनी मांग पर पुनर्विचार करें क्योंकि सार्वजनिक तौर पर इस तरह की याचना करना सर्वथा अनुचित है।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सिन्हा को सार्वजनिक तौर पर गडकरी के इस्तीफे की मांग नहीं करनी चाहिए थी।

सिन्हा के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की संभावना पर पार्टी की अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओपी कोहली ने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि उनके खिलाफ किसी कार्रवाई की पहल भाजपा संसदीय बोर्ड ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा का विधान कहता है कि अगर किसी सांसद ने अनुशासनहीनता की है तो उस बारे में केवल संसदीय बोर्ड निर्णय करेगा।

गडकरी की कंपनी पूर्ती समूह में संदेहास्पद निवेश के आरोपों के चलते उनके अध्यक्ष पद से नहीं हटने पर सीधा प्रहार करते हुए सिन्हा ने कहा कि ऐसा करके ‘हमने उन लोगों को गहरी निराशा दी है जो लोग कांग्रेस पार्टी के भंयकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए हमारी ओर देख रहे थे। हमारी पार्टी के अध्यक्ष दोषी हैं या नहीं, आज यह मुद्दा नहीं है। मुद्दा यह है कि हम सब जो सार्वजनिक जीवन में हैं वे दोष लगाए जाने से ऊपर होने चाहिए।’

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘भारत की जनता के प्रति भाजपा के ऐतिहासिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए मैं पूरी विनम्रता से नितिन गडकरी से आग्रह करता हूं कि वह तुरंत पार्टी अध्यक्ष पद से हट जाएं।’

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सिन्हा से पहले पार्टी के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी भी सार्वजनिक तौर पर गडकरी के इस्तीफे की मांग कर चुके हैं।