मुलायम बोले, 'शिवपाल की वापसी पर अखिलेश लेंगे फैसला, अमर सिंह को बीच में क्‍यों लाते हो?'

मुलायम बोले, 'शिवपाल की वापसी पर अखिलेश लेंगे फैसला, अमर सिंह को बीच में क्‍यों लाते हो?'

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुलायम सिंह यादव...

खास बातें

  • खुद सीएम बनने पर विचार नहीं कर रहा हूं : मुलायम
  • रामगोपाल यादव की बात की अहमियत नहीं
  • शिवपाल को वापस लेने का फैसला अखिलेश यादव लेंगे
लखनऊ:

समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के बीच आज मुलायम सिंह यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है और चुनावों के बाद मुख्यमंत्री पर फैसला विधायक करेंगे और शिवपाल यादव को वापस पार्टी में लेने का निर्णय अखिलेश यादव लेंगे.

मुलायम ने कहा कि मैं दो-तीन बातें आपके सामने रखना चाहता हूं. मैंने निरंतर संघर्ष किया है. जनता के हितों के लिए हमेशा काम करता रहा हूं. मैं शुरू से ही समाजवादी रास्ते पर चलता रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैं अपनी पार्टी और सिद्धांतों के प्रति समर्पित हूं .हमारा परिवार और पार्टी एक है. इस दौरान मुलायम के साथ शिवपाल भी मौजूद थे. बर्खास्त मंत्री भी इस मौके पर उपस्थित थे.

इस दौरान एक प्रश्‍न पूछने पर सपा सुप्रीमो ने कहा कि अमर सिंह को बीच में क्‍यों लाते हो. उन्‍होंने कहा कि अखिलेश यादव सीएम हैं उनके बारे में क्‍यों पूछते हो. सीएम अखिलेश यादव पर किसी को आपत्ति नहीं है. हमें यूपी की जनता पर पूरा विश्‍वास है. साजिश करने वालों का आधार नहीं.  उन्‍होंने साथ ही यह भी कहा कि रामगोपाल यादव की बात की कोई अहमियत नहीं.

मुलायम ने आगे जोर देकर कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में मेरे नाम पर बहुमत आया था. साथ ही उन्होंने साफ किया कि वे खुद सीएम बनने पर विचार नहीं कर रहे हैं. हमारी पार्टी लोकतांत्रिक और विधायक मिलकर मुख्यमंत्री को चुनते हैं.

वहीं सूत्रों के मुताबिक, दो दिन पहले अखिलेश मंत्रिमंडल से बर्ख़ास्त किए गए शिवपाल सिंह यादव समेत सभी चार मंत्रियों की कैबिनेट में वापसी तय है. इसके लिए फॉर्मुला तय कर लिया गया है. रविवार को ही विधायकों, मंत्रियों और एमएलसी की बैठक में अखिलेश ने शिवपाल के अलावा नारद राय, शादाब फ़ातिमा और ओमप्रकाश सिंह को मंत्रिमंडल से निकाला था. माना जा रहा है कि सोमवार को मुलायम से मिली फटकार के बाद अखिलेश को झुकना पड़ा है.

उल्लेखनीय है कि सोमवार देर शाम अखिलेश यादव ने अकेले जाकर मुलायम सिंह से उनके घर पर मुलाक़ात की, जबकि शिवपाल यादव अखिलेश से मिलने उनके आवास गए, लेकिन अखिलेश ने शिवपाल से मिलने से मना कर दिया, जिसके बाद शिवपाल इंतज़ार करते रहे और फिर वापस लौट गए.

गौरतलब है कि सोमवार को सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने महाबैठक बुलाई थी, जिसमें अखिलेश यादव, शिवपाल यादव समेत सभी सांसदों और विधायकों ने हिस्सा लिया था. इस बैठक में अखिलेश और शिवपाल में जमकर बहस हुई थी.

अखिलेश मेरे सर्वोच्च नेता के बेटे हैं : अमर सिंह
वहीं इस पूरी उठापटक से बेफिक्र दिख रहे अमर सिंह ने कहा कि वह सपा विवाद पर कुछ भी टिप्पणी नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि अखिलेश को मेरी शुभकामनाएं है, और वह मेरे सर्वोच्च नेता के बेटे भी हैं. साथ ही अमर सिंह ने कहा कि इन मुद्दों पर उनकी खामोशी कई सवालों का जवाब है.

अखिलेश यादव के लिए कुछ भी करूंगा : रामगोपाल यादव
वहीं पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित रामगोपाल यादव ने दो टूक में कह दिया है कि वह मुलायम से नहीं मिलेंगे और वह अखिलेश यादव के लिए कुछ भी करेंगे.
      
नई पार्टी के गठन से जुड़ी अटकलें खारिज
गौरतलब है कि रामगोपाल यादव ने सोमवार को अखिलेश यादव के साथ मिलकर नई पार्टी के गठन से जुड़ी अटकलों को खारिज कर दिया. उन्होंने हालांकि अगले चुनाव के बाद अपने भतीजे को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाने की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धता जताई.

जिनके पास कुछ नहीं वे दूसरी पार्टी के बारे में सोचें : रामगोपाल
उन्होंने कहा, दूसरी पार्टी बनाने का सवाल ही पैदा नहीं होता. मैं दूसरी पार्टी क्यों बनाऊंगा? जिनके पास कुछ भी नहीं है, उन्हें दूसरे दल के गठन को लेकर सोचना चाहिए. अखिलेश के पास सब कुछ है. लोग उनके साथ हैं.

रामगोपाल ने इशारों-इशारों में दी धमकी
अखिलेश के प्रति एक बार फिर अपने समर्थन का इजहार करते हुए रामगोपाल ने सपा नेताओं शिवपाल यादव और अमर सिंह को उनके खिलाफ किसी जनसभा में आरोप लगाने और वहां से सकुशल लौटने की चुनौती दी.

शिवपाल ने दिखाए तेवर
इसी बैठक में शिवपाल यादव ने कहा कि मैं गंगाजल ले कर और अपने इकलौते बेटे की कसम खाता हूं कि अखिलेश ने मुझसे कहा कि वह अलग पार्टी बनाएंगे. नेताजी आपने मुझे अध्यक्ष पद से हटाकर अखिलेश को अध्यक्ष बनाया तो मैं उन्हें लेने एयरपोर्ट गया लेकिन जब अखिलेश को हटा कर मुझे बनाया तो उन्होंने मेरे विभाग छीन लिए. मेरा क्या कसूर है. मैंने मुख्यमंत्री का कौन-सा आदेश नहीं माना. यूपी का नेतृत्व अब आपको संभालने की ज़रूरत है. मैंने बिहार में महागठबंधन कराया. नेताजी उससे बहुत बड़े नेता बनते. रामगोपाल ने तुड़वा दिया.

अखिलेश से मुलायम
इस बैठक में मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मैं शिवपाल और अमर सिंह के खिलाफ कुछ नहीं सुन सकता. दोनों का साथ कभी नहीं छोड़ सकता.तुम अमर सिंह के बारे में जानते क्या हो? उसने मुझे जेल जाने से बचाया. कम से कम सात साल की सज़ा होती. अमर सिंह हमारा भाई है. तुम्हारी हैसियत क्या है जो तुम उन्हें गाली देते हो.
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