यह ख़बर 11 अक्टूबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

तेलंगाना : बिजली कर्मचारी और शिक्षक काम पर लौटे

हैदराबाद:

तेलंगाना के विरोध में कई दिनों से हड़ताल पर बैठे सीमांध्र के बिजली कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ रहे चक्रवाती तूफान 'फैलिन' की चेतावनी मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने सरकारी कर्मचारियों से काम पर लौटने की अपील की थी।

हालात की गंभीरता को देखते हुए बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल वापस लेने का फैसला किया हालांकि कर्मचारियों ने साफ कर दिया है कि उनका आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ। बिजली कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने की वजह से तटीय आंध्र और रायलसीमा के इलाकों में बिजली सेवा ठप हो गई थी। साथ ही रेल सेवा भी बुरी तरह से प्रभावित थी।

वहीं हड़ताल पर बैठे सीमांध्र के शिक्षक भी आज से काम पर लौट आएंगे। गुरुवार को राज्य सरकार के साथ हुई बैठक के बाद शिक्षकों ने हड़ताल वापस लेने का फैसला लिया हालांकि परिवहन कर्मचारियों के साथ बातचीत असफल रही।

तेलंगाना के विरोध में हड़ताल कर रहे आंध्र प्रदेश के लाखों कर्मचारियों को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। सीमांध्र के करीब सात लाख कर्मचारियों को पिछले दो महीने से वेतन नहीं मिला है। इन्हें अपनी गृहस्थी चलाने में मुश्किलें आ रही हैं।

बच्चों की स्कूल−कॉलेज की फीस तक वे नहीं भर पा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद इन कर्मचारियों के हौसले बुलंद हैं। घर चलाने के लिए कुछ लोगों ने बैंको से ऊंची दरों पर लोन लिया है तो कुछ लोगों ने घर के जेवर गिरवी रखे हैं।

करीब 72 हजार परिवहन कर्मचारियों में से कई लोगों ने अब आर्थिक संकट से निपटने के लिए ऑटो चलाना शुरू कर दिया है। ये सभी कर्मचारी राज्य के बंटवारे का विरोध कर रहे हैं और अपनी मांग को लेकर हड़ताल पर हैं।

उधर, वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी का हैदराबाद के निजाम इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में इलाज चल रहा है। बुधवार रात को ही पुलिस ने वाईएसआर कांग्रेस के दफ्तर के बाहर अनशन पर बैठे जगन को जबरन उठाकर अस्पताल में भर्ती करा दिया था।

जगनमोहन अलग तेलंगाना के विरोध में भूख हड़ताल पर रहे थे। बताया जा रहा है कि जगन को फिलहाल अस्पताल से छुट्टी नहीं दी जाएगी। डॉक्टरों एक की टीम जगनमोहन की देखभाल कर रही है।

अलग तेलंगाना का विरोध कर रहे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की भूख हड़ताल का आज पांचवां दिन है। नायडू दिल्ली के आंध्र भवन में आमरण अनशन कर रहे हैं। नायडू के अलावा बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी इस हड़ताल में उनका साथ दे रहे हैं।

पांच दिन से अनशन कर रहे टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू से मिलने गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल आंध्र भवन पहुंचे। बादल ने नायडू का हालचाल लिया और उनकी बिगड़ती सेहत पर चिंता जताई।

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आंध्र भवन में नायडू से मिलने के बाद बादल ने कांग्रेस के खिलाफ साझी लड़ाई लड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य को बांटने का सरकार का फैसला राजनीतिक स्वार्थ के चलते लिया गया और यह एक जन विरोधी फैसला है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से न केवल राज्य का माहौल बिगड़ा है, बल्कि लोगों की भावनाएं भी भड़की हैं।