यह ख़बर 08 मार्च, 2011 को प्रकाशित हुई थी

कांग्रेस की द्रमुक को मनाने की कोशिशें जारी

खास बातें

  • सोनिया गांधी और द्रमुक नेताओं के बीच बैठक के बावजूद विधानसभा सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों में जारी गतिरोध समाप्त नहीं हुआ।
New Delhi:

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और द्रमुक नेता अलागिरि और दयानिधि मारन के बीच देर रात हुई बैठक के बावजूद तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों में जारी गतिरोध को समाप्त करने में कोई बड़ी उपलब्धि हासिल नहीं हुई। द्रमुक ने संप्रग सरकार से हटने के अपने निर्णय को फिलहाल स्थगित कर दिया है। द्रमुक ने वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी के बातचीत को एक मौका देने की अपील को मानते हुए केंद्र सरकार से हटने के अपने निर्णय को फिलहाल स्थगित कर दिया। देर शाम द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि के पुत्र अलागिरि और मारन सोनिया के 10 जनपथ स्थित आवास गए और उनसे करीब 40 मिनट तक बातचीत की। इस बैठक से बाद बाहर निकलने के बाद अलागिरि और मारन में से किसी ने भी वहां उपस्थित मीडियाकर्मियों से कोई बात नहीं की। सूत्रों ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच बातचीत कांग्रेस को मिलने वाली सीटों की संख्या और पसंद के चुनाव क्षेत्रों को लेकर अटग गई। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस 63 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े करने को लेकर अड़ी हुई है जबकि द्रमुक उसे 60 सीटें देना चाहती है। यह संख्या पिछली बार से 12 सीटें अधिक है। सूत्रों ने कहा कि कल संभवत: प्रणब मुखर्जी और द्रमुक नेताओं के बीच एक और बैठक होगी। लेकिन कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि इस मुद्दे को आने वाले एक दो दिन में सुलझा लिया जाएगा। इससे पहले दिन में द्रमुक ने संप्रग सरकार से अपने छह मंत्रियों के इस्तीफे पर फिलहाल रोक लगा दी। द्रमुक ने यह फैसला मुखर्जी द्वारा करुणानिधि को दो बार फोन करने और अपने मंत्रियों को मंत्रिमंडल से नहीं हटाने का अनुरोध करने के बाद किया। मुखर्जी ने मुद्दे को सुलझाने के लिए एक दिन का समय मांगा।


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