पाक को दो-टूक चेतावनी, भारत ने कहा- पीओके से कब्जा छोड़े और आतंक को बढ़ावा देना बंद करे

पाक को दो-टूक चेतावनी, भारत ने कहा- पीओके से कब्जा छोड़े और आतंक को बढ़ावा देना बंद करे

पाक द्वारा 'काला दिवस' मनाए जाने पर भारत ने अपनी प्रतिक्रिया में उसे पीओके छोड़ने को कहा

खास बातें

  • भारत कश्मीर घाटी में तनाव को पाकिस्तान को जिम्मेदार बताता है
  • आतंकी बुरहान के मारे जाने के बाद घाटी में विरोध प्रदर्शन का दौरा जारी है
  • इस दौरान हुई हिंसा में 40 लोगों की मौत और करीब 3000 लोग घायल हुए है
नई दिल्ली:

कश्मीर घाटी में जारी हालिया हिंसा को लेकर 'काला दिवस' मनाने सहित पाकिस्तान के लगातार उकसावे वाले कदम पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारत ने पाकिस्तान से दो-टूक शब्दों में कहा कि वह भारत के किसी भी हिस्‍से में हिंसा और आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करे। इसके साथ ही भारत ने कहा कि हमारे अंदरूनी मामलों में दखल देने से खुद को दूर रखे और पीओके पर अपना कब्जा छोड़े, क्योंकि वह भारत का हिस्सा है।

भारत ने साथ ही कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा चिन्हित आतंकवादियों द्वारा की जा रही हिंसा का पाकिस्तान प्रोत्साहन देता है। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया, 'जम्‍मू कश्‍मीर के मुद्दे पर पाकिस्‍तान और पाकिस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर (पीओके) में पिछले दो दिनों के दौरान हुई रैलियों, कार्यक्रमों और बयानबाजी संबंधी रिपोर्ट्स हमने देखी हैं। हमने यह नोट किया कि इन कार्यक्रमों की अगुवाई संयुक्‍त राष्‍ट्र की तरफ से आतंकी करार दिए लोगों ने की थी। ये वही लोग थे, जिन्‍होंने पूर्व में खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन और तालिबान नेता मुल्‍ला मंसूर की हत्‍या के विरोध में भी प्रदर्शन किया था।'

विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कहा कि हम इन आतंकवादियों को पाकिस्तान से मिल रहे शह और समर्थन की भर्त्सना करते हैं। पाकिस्तान हमारे देश के किसी भी हिस्से में हिंसा भड़काना और हिंसा का समर्थन करना बंद करे।

इस बयान में साथ ही कहा गया है, 'ये सारे 'दिवस' मनाने की करतूत बताती है कि वह जम्मू कश्मीर को हड़पना चाहता है। वह अपने क़ब्ज़े वाले कश्मीर से भी हटे, क्योंकि वह भारत का हिस्सा है और पाकिस्तान का कब्जा गैरकानूनी है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी पीओके में झूठे चुनाव करके वह बरगलाने की कोशिश ना करे और इस्लामाबाद में भारत के हाई कमीशन को मिली धमकियां और उसके आस-पास प्रदर्शनों के मद्देनज़र वहां पर मौजूद सभी अधिकारियों और उनके परिवारों को सही ढंग से सुरक्षा मुहैया कराए।

गौरतलब है कि कश्मीर में मारे गए आतंकवादी बुरहान वानी को पाकिस्तान कश्मीरी नेता बता रहा है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इसे मानवाधिकार हनन का मामला बताने की कोशिश कर रहा है। सुरक्षा बलों की इस कार्यवाई के विरोध में हाफ़िज़ सईद जैसे आतंकवादी पाकिस्तान में ना सिर्फ वानी के लिए प्रार्थना सभाएं कर रहे हैं, बल्कि भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए लागातार धरना प्रदर्शन भी कर रहे हैं।


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