"जोड़ो भारत" अभियान के तहत शांतियात्रा पर निकले छात्र।
महाराष्ट्र के पुणे से तीन राज्यों की यात्रा पर साइकिल से निकले अगवा किए गए तीनों छात्रों को नक्सलियों ने छोड़ दिया है। इन छात्रों को उन्होंने छत्तीसगढ़ के बासागुड़ा से अगवा कर लिया था। नक्सलियों ने इन्हें सुकुमा के चिंतलनार कैंप के पास छोड़ा है।
दरअसल आदर्श पाटिल, विलास वलके और श्रीकृष्ण शेवाले "जोड़ो भारत" अभियान के तहत महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति यात्रा पर निकले थे!
20 दिसंबर को पुणे से निकले इस दल को बीजापुर जिले के महाराष्ट्र से लगी सीमा से छत्तीसगढ़ में प्रवेश करते हुए भैरमगढ, दंतेवाड़ा, सुकमा होते हुए ओडिशा के कालाहांडी, मलकानगिरि होकर 10 जनवरी, 2016 को बालीमेला पहुंचना था।
कुटरू के रास्ते छत्तीसगढ़ पहुंचे इन युवा छात्रों की यह शांति यात्रा बासागुड़ा पहुंची ही थी, कि वहीं से नक्सलियों ने उन्हें अगवा कर लिया था।