16 दिसंबर गैंगरेप : जल्द सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने बनाई तीन जजों की बेंच

फाइल फोटो : दिल्ली में हुए गैंगरेप के खिलाफ प्रदर्शन करते लोग

नई दिल्ली:

16 दिसंबर को हुए गैंगरेप में फांसी की सजा पाए चार दोषियों की अपील पर अब सुप्रीम कोर्ट में जल्द सुनवाई होगी। चीफ जस्टिस एचएल दत्तू ने इसके लिए तीन जजों की बेंच बना दी है। ये बेंच फांसी की सजा के और मामलों की सुनवाई भी करेगी।

मंगलवार को जस्टिस एआर दवे की अगुवाई में जस्टिस गोपाल गौड़ा और जस्टिस नागप्पन की बेंच ने गैंगरेप मामले की पहली बार सुनवाई की। हालांकि इस दौरान दोषियों के वकीलों ने कहा कि वह इतनी जल्द अपना पक्ष रखने के लिए तैयार नहीं हैं, लिहाजा उन्हें वक्त चाहिए।

दिल्ली पुलिस की ओर से पेश वकील ने भी कहा कि पक्ष रखने के लिए समय दिया जाना चाहिए। इसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई टाल दी। दरअसल, इसकी सुनवाई के लिए पहले 6 मई की तारीख तय की थी, लेकिन चीफ जस्टिस ने इस मामले की सुनवाई मंगलवार को ही तय कर दी। इससे पहले गैंगरेप के मामले में चार दोषियों मुकेश, विनय, अक्षय और पवन को पहले साकेत की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी और बाद में दिल्ली हाईकोर्ट ने सजा को बरकरार रखा था।

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दोषियों ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी और दो जजों की बेंच ने उनकी सजा पर रोक लगा दी थी और मामले को तीन जजों बेंच को भेज दिया था। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने अपने फैसले में कहा था कि फांसी की सजा के मामलों पर तीन जजों की बेंच सुनवाई करेगी। गौरतलब है कि गैंगरेप के दोषियों को जल्द फांसी देने की मांग उठती रही है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में पिछले करीब एक साल से मामले की सुनवाई लंबित पड़ी है। अब इस मामले में जल्द फैसला आने की उम्मीद है।