यह ख़बर 22 फ़रवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

मुंबई हमले के आतंकियों की बातचीत के रिकॉर्ड सुनेगा सुप्रीम कोर्ट

खास बातें

  • मुंबई में 26 नवंबर को किए गए हमलों के दौरान आतंकवादियों और उनके पाकिस्तानी आकाओं के मध्य हुई बातचीत के पकड़े गए अंश उच्चतम न्यायालय में कल सुनाए जाएंगे।
नई दिल्ली:

मुंबई में 26 नवंबर को किए गए हमलों के दौरान आतंकवादियों और उनके पाकिस्तानी आकाओं के मध्य हुई बातचीत के पकड़े गए अंश उच्चतम न्यायालय में कल सुनाए जाएंगे।

अभियोजन पक्ष ने कहा है कि आतंकवादियों और उनके पाकिस्तानी आकाओं के बीच हुई बातचीत एक महत्वपूर्ण सबूत है जो बताती है कि यह हमले ‘‘पूर्व नियोजित’’ थे। इन हमलों के लिए एकमात्र दोषी ठहराए गए मोहम्मद अजमल आमिर कसाब की अपील पर सुनवाई करते हुए उच्चतम न्यायालय ने आज कहा कि वह कल दोपहर दो बजे कसाब तथा महाराष्ट्र के वकीलों की मौजूदगी में, आतंकवादियों और उनके पाकिस्तानी आकाओं के मध्य हुई बातचीत के पकड़े गए अंश सुनेगा।

महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश हुए पूर्व सॉलिसीटर जनरल गोपाल सुब्रमण्यम ने कहा कि न्यायालय में यह बातचीत सुनवाने में कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि पीठ यह बातचीत सुन सके, इसके लिए सभी प्रबंध किए जाएंगे। न्यायमूर्ति आफताब आलम और न्यायमूर्ति सी के प्रसाद की पीठ ने अभियोजन पक्ष के इस तर्क के बाद बातचीत सुनने का फैसला किया कि यह एक अहम सबूत है।

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पूर्व में अभियोजन पक्ष ने न्यायालय में कहा था कि दस आतंकवादियों की पाकिस्तान में मौजूद उनके आकाओं के साथ हुई इस बातचीत से साबित होता है कि मुंबई में हुआ आतंकी हमला ‘‘पूर्व नियोजित’’ था और इसकी तैयारी भी पहले से की गई थी। इन हमलों में 166 लोग मारे गए थे।