यह ख़बर 09 मई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

मुझे तोंद वाले पुलिसकर्मी पसंद नहीं : सुशील शिन्दे

खास बातें

  • गृहमंत्री ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से महसूस होता है कि एक व्यक्ति जो वर्दी में है, उसे हट्टा-कट्टा होना चाहिए, तोंद वाला नहीं।
नई दिल्ली:

केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने आज कहा कि पुलिसकर्मियों को हट्टा-कट्टा दिखना चाहिए न कि बूढ़े व्यक्ति की तरह। उन्होंने कहा कि उन्हें तोंद वाले पुलिसकर्मी पसंद नहीं हैं।

खुद पुलिस में उप-निरीक्षक रह चुके शिन्दे ने कहा कि कई बार हम महसूस करते हैं कि होमगार्ड वर्दी पहने, बस खड़ा है। गृहमंत्री ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से महसूस होता है कि एक व्यक्ति जो वर्दी में है, उसे हट्टा-कट्टा होना चाहिए। लोगों को एकदम ऐसा दिखना चाहिए कि जो व्यक्ति वर्दी पहने है, वह उनका रक्षक है। उसे 75 या 80 साल के बूढ़े व्यक्ति जैसा नहीं दिखना चाहिए ।

शिन्दे ने नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड की स्वर्ण जयंती समारोह के मौके पर केन्द्रीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों के शीर्ष अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, मुझे लगता है कि आप सब (पुलिस और अर्धसैनिक बलों के प्रमुख) इसका ध्यान रखेंगे। उन्होंने नागरिकों से अनुरोध किया कि वे बड़ी संख्या में स्वेच्छा से नागरिक सुरक्षा बल में शामिल हों, क्योंकि अभी काफी कम लोग इसमें हैं।

शिन्दे ने कहा कि यह एकमात्र ऐसा बल है, जिसे हमें बहुत मजबूत और अनुशासित बनाना है। उन्होंने कहा कि उन्हें पता है कि नागरिक सुरक्षा में जो लोग शामिल हो रहे हैं, वे सिर्फ शामिल होने के लिए ऐसा कर रहे हैं और वे एक सैनिक की तरह नहीं हैं।
 
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में नागरिक सुरक्षा के कार्य में 535155 स्वयंसेवी पंजीकृत हैं और केन्द्रीय गृह मंत्रालय अगले पांच से दस साल में इनकी संख्या बढ़ाकर इसे कुल आबादी का कम से कम एक प्रतिशत करना चाहता है। शिन्दे ने कहा कि नागरिक सुरक्षा संगठन 1962 के चीन युद्ध के बाद बनाया गया था। उन्होंने कहा कि हाल ही में हमें चीन की घुसपैठ का एक छोटा अनुभव हुआ। शिन्दे ने कहा कि ऐसे में उन्हें नागरिक सुरक्षा का स्मरण होता है। इन स्वयंसेवकों को लगातार प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि वे देश में किसी भी समय मानवजन्य या प्राकृतिक आपदा का सामना कर सकें।

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उन्होंने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों से कहा कि हमें शांति के समय भी हमेशा तैयार रहना चाहिए। यदि आप युद्ध लड़ना चाहते हैं तो शांति के समय भी तैयार रहना होगा। सरकार आपके साथ है और आपको हमारे साथ होना चाहिए।