सुषमा स्वराज का नवाज़ शरीफ़ को करारा जवाब, कहा - पाकिस्तान ने कश्मीर को आतंकवाद के अलावा कुछ नहीं दिया

सुषमा स्वराज का नवाज़ शरीफ़ को करारा जवाब, कहा - पाकिस्तान ने कश्मीर को आतंकवाद के अलावा कुछ नहीं दिया

प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज, एमजे अकबर एवं वीके सिंह

खास बातें

  • पूरा जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा
  • पाकिस्तान पूरे क्षेत्र को अस्थिर करने की कोशिश में जुटा है
  • ज़मीन के इस स्वर्ग को पाकिस्तान कभी भी आतंकी नरक नहीं बना पाएगा
नई दिल्‍ली:

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ को करारा जवाब दिया है। कहा है कि कश्मीर को लेकर पाकिस्तान का सपना कभी पूरा नहीं होने वाला। नवाज़ शरीफ़ के इस बयान पर कि पाकिस्तान कश्मीर के लोगों को अपना समर्थन देता रहेगा, विदेश मंत्री ने कहा है कि पाकिस्तान ने कश्मीर को हथियार और आतंकवाद के अलावा कुछ भी नहीं दिया है। पाकिस्तान अपने गंदे पैसे और खतरनाक आतंकवादियों और सरकारी तंत्र का इस्तेमाल कर पूरे क्षेत्र को अस्थिर करने की कोशिश में जुटा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का इस तरह का बयान यही दर्शाता है।

कश्मीर घाटी में आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद जिस तरह से वहां हिंसा का दौर शुरू हुआ है, भारत उसके पीछे पाकिस्तान का हाथ मानता है। बुरहान वानी को नवाज़ शरीफ ने शहीद बताया था। विदेश मंत्रालय की तरफ से बयान जारी कर शरीफ के बयान की निंदा की जा चुकी है। अब ख़ुद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नवाज़ शरीफ़ को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि वानी हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकवादी था जिस पर दस लाख रुपये का इनाम था। वह सुरक्षाबलों और स्थानीय निकाय के चुने हुए प्रतिनिधियों की हत्या में शामिल था।

सुषमा ने कश्मीर में हिंसा के पीछे सीधे तौर पर पाकिस्तान के सरकारी तंत्र को ज़िम्मेदार बताया है जो हाफिज़ सईद जैसे यूएन से प्रतिबंधित आतंकवादियों की मदद से इस काम को अंजाम दे रहा है। सुषमा ने कड़े शब्दों में कहा कि जो देश अपने ही लोगों के खिलाफ तोप और जंगी जहाज़ से हमले करता हो उसे इस बात का कोई नैतिक हक नहीं है कि वह भारत के पेशेवर और अनुशासित पुलिस और सुरक्षाबलों पर उंगली उठाए। सुषमा ने ये भी साफ किया कि सुरक्षाबलों के संयम का सबूत इस बात से मिलता है कि कश्मीर की हिंसा में अब तक 1700 के करीब जवान घायल हुए हैं।

सुषमा ने कहा, आतंकवाद को पाकिस्तान द्वारा इस खुले प्रोत्साहन के पीछे पाकिस्तान का वह खतरनाक दिवास्वप्न है कि ’एक दिन काश्मीर पाकिस्तान बनेगा’। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने स्वयं यह बात कल कही है। पूरा भारत एक स्वर से वज़ीर-ए-आजम पाकिस्तान को यह बताना चाहता है कि उनका और पाकिस्तान का यह दिवास्वप्न क़यामत तक भी पूरा नहीं होगा। संपूर्ण जम्मू-कश्मीर-राज्य भारत का एक अटूट हिस्सा है। ज़मीन के इस स्वर्ग को पाकिस्तान कभी भी आतंकी नरक नहीं बना पाएगा।

उन्‍होंने कहा, 'पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कहते हैं कि उनकी दुआएं काश्मीरियों के साथ हैं। मैं कहना चाहती हूं कि पाकिस्तान ने कभी दुआएं नहीं दीं बल्कि हथियारों और आतंकवाद का गहरा दर्द दिया है। पाकिस्तान की कोशिश है कि अपने संसाधनों, संस्थाओं और आतंकवादी संगठनों के द्वारा जम्मू-काश्मीर में अस्थिरता पैदा की जाए। स्वयं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बयान से यह नापाक मंसूबा कल उजागर हुआ है। मैं फिर पुरजोर ढंग से यह दोहराना चाहती हूं कि उनका यह नापाक मंसूबा कभी भी पूरा नहीं होगा।'

पाकिस्तान की तरफ से कश्मीर पर आने वाले हर बयान का भारत ने हर फोरम पर पुरज़ोर जवाब दिया है। चाहे वो यूएन में हो या फिर संसद में उठे सवाल पर। हालांकि विपक्ष कश्मीर पर नवाज़ शरीफ के बयानों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठा रहा है। वह इसे प्रधानमंत्री मोदी के अचानक लाहौर जाने और नवाज़ शरीफ़ से बेहतर ताल्लुकात बनाने की कोशिश को बिना सोचे समझे लिया गया फैसला कहता रहा है।

मोदी की तरफ से पाकिस्तान पर कोई कड़ा बयान न आने को वह इसी संदर्भ में देखता है। इसलिए सुषमा स्वराज की तरफ से इस तरह के कड़े बयान की अपनी अलग अहमियत है। भारत ने साफ कर दिया है कि वो बेहतर रिश्ते बनाने की कोशिश में पाकिस्तान की तरफ से आने वाले भड़काऊ बयानों को नज़रअंदाज नहीं करेगा।


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