सरकार ने स्पीकर से किया निलंबन वापस लेने का आग्रह, सोनिया ने कहा, कोई जानकारी नहीं

सरकार ने स्पीकर से किया निलंबन वापस लेने का आग्रह, सोनिया ने कहा, कोई जानकारी नहीं

नई दिल्ली:

लोकसभा से कांग्रेस के 25 सदस्यों को निलंबित किये जाने के खिलाफ एकजुट विपक्ष ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मनमोहन सिंह के साथ संसद भवन परिसर में आज लगातार दूसरे दिन धरना दिया।

सरकार समेत कई दलों ने स्पीकर से उनसे फैसले पर पुन:विचार करने का आग्रह किया जबकि कांग्रेस ने सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान को उनके पदों हटाये जाने की अपनी मांग पर कायम रहते हुए कहा कि धरना गुरुवार को भी जारी रहेगा।

यह पूछे जाने पर कि गतिरोध समाप्त करने के बारे में सरकार की ओर से कोई प्रस्ताव आया है, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा,  मुझे सरकार के किसी प्रस्ताव की जानकारी नहीं है, धरना कल भी जारी रहेगा।

राहुल गांधी ने कहा, कांग्रेसी सांसदों के निलंबन का स्पीकर का फैसला हमें पसंद नहीं आया, लेकिन हम उनके पद का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें बाहर रखने का निर्णय किया गया, हम बाहर बैठे हैं और हम धरना जारी रखेंगे।

संसद भवन परिसर में कांग्रेस पार्टी के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए धरना में सोनिया, राहुल के साथ छह अन्य दलों के नेता शामिल हुए जिसमें वामदल, सपा, जदयू सदस्य शामिल हैं। विपक्षी नेताओं में जदयू से शरद यादव, केसी त्यागी, सपा से धर्मेन्द्र यादव, राजद के जयप्रकाश नारायण यादव, माकपा के पी करूणाकरण, भाकपा के डी राजा और आईयूएमएल के ई अहमद शामिल हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने धरना दे रहे अन्य नेताओं के साथ नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाए। धरना दे रहे नेता 'तानाशाही बंद करो', 'प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो', 'अच्छे दिन कहां गए', 'सुषमा स्वराज इस्तीफा दो' के नारे लगा रहे थे। उन्होंने काली पट्टी बांधी हुई थी।

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वहीं यूथ कांग्रेस ने लोकसभा अध्यक्ष के घर के पास प्रदर्शन किया, जिन्हें खदेड़ने के लिए पुलिस को वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।