शिवराज का सियासी कार्ड : बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आए साथ में सीबीआई लाए

शिवराज का सियासी कार्ड : बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आए साथ में सीबीआई लाए

शिवराज सिंह चौहान की फाइल फोटो

मुंबई:

मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले की जांच में जुटी सीबीआई लभभग उसी दिन भोपाल पहुंची जब पार्टी अध्यक्ष जनता से रिश्ता बढ़ाने के अभियान की समीछा कर रहे थे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की किरकिरी के बाद पार्टी के कई बड़े नेताओं ने मुख्यमंत्री के घर पर मैराथन मीटिंग की। उसी एक बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य भर में यात्रा का ऐलान कर दिया। फिलहाल इसे स्वाभिमान यात्रा का नाम दिया है जो 9 अगस्त से शुरू होगी और 29 अक्टूबर को खत्‍म होगी। शिवराज सिंह के बतौर मुख्यमंत्री 10 साल अक्टूबर में पूरे हो रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इसी के बहाने शिवराज अपनी व्यापमं की कहानी जनता को बताना चाहते हैं।

शिवराज इसके पहले जनचेतना और आशीर्वाद जैसी यात्रा पूरे राज्य में कर चुके हैं। लेकिन ऐसा पहली बार होगा कि खुद के दामन पर लगे इतने बड़े दाग को लेकर वो जनता के बीच जाएंगे। योजना के मुताबिक व्यापमं घोटाले को उजागर करने की वाहवाही मुख्यमंत्री खुद लूटना चाहते हैं। वो पहले भी खुद को व्हिसल ब्लोअर बता चुके हैं। बीजेपी ने अब तक खुलकर इस यात्रा के बारे में जानकारी नहीं दी है।

जब बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से स्वाभिमान यात्रा पर सवाल हुये तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज़ कर दिया। स्वाभिमान यात्रा के दौरान पूरे राज्य में मुख्यमंत्री बताएंगे कि कैसे कांग्रेस और बाहर के लोगों ने राज्य को बदनाम किया और कैसे राज्य के नौजवानों को इस बदनामी का खामियाज़ा भुगतना होगा। उधर कांग्रेस इस सबके पहले अपने प्रदर्शर्नों को धार दे रही है।

अमित शाह को काले झंडे दिखाने की योजना दिन में हवा हो गई। पुलिस ने तो कांग्रेस दफ्तर से वो बोर्ड भी हटवा दिये जिनमें व्यापमं घोटाले का जिक्र था। कांग्रेसियों पर डंडे भी बरसे और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। 9 अगस्त को अपनी यात्रा शुरू करने से पहले शिवराज को विधानसभा के मॉनसून सत्र का सामना करना है जहां कांग्रेस नई चुनौती पेश कर सकती है। इस सबसे निपटने का प्लान भी बीजेपी ने तैयार कर लिया है। राज्य के तमाम बड़े शहरों में राष्ट्रीय नेता प्रेस कान्‍फ्रेंस करेंगे।

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सीबीआई और व्यापम
इस सियासी मैनेजमेंट के बीच सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर आऱ.पी. अग्रवाल अपने दफ्तर पहुंचे। आर.पी. अग्रवाल मेघालय कैडर के आईपीएस हैं। सीबीआई के भोपाल दफ्तर के इंचार्ज रह चुके हैं। उनके नाम भंवरी देवी हत्याकांड को सुलझाने जैसे कारनामे हैं। फिलहाल सीबीआई की 40 लोगों की टीम व्यापमं की जांच करेगी। जिसमें से एक टीम का ज्यादातर फोकस मध्य प्रदेश के ग्वालियर और उसके आसपास के इलाके पर होगा जहां से सबसे ज्यादा आरोपियों के नाम आये और सबसे ज्यादा मौतें भी हुईं। सीबीआई को इस जांच में अभी कई चुनौतियों का सामना करना है। जांच की निगरानी अगर सुप्रीम कोर्ट करती है तो उसे कई सिरों पर एक साथ काम करना होगा।