देश के दस महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थलों की होगी अंतरराष्ट्रीय मानकों से सफाई

देश के दस महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थलों की होगी अंतरराष्ट्रीय मानकों से सफाई

स्वर्ण मंदिर (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

सरकार ने देश के दस सबसे महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थलों का चयन कर स्वच्छता मिशन के तहत उनकी साफ-सफाई का रोड मैप बनाने की कवायद शुरू कर दी है। गुरुवार को सैनिटेशन सचिव परमेश्वरन अय्यर ने एनडीटीवी को बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए वर्ल्ड बैंक के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी।

प्रमुख धार्मिक स्थल शामिल
ताजमहल की सुंदरता तक पहुंचने से पहले आगरा की बदइंतज़ामी और गंदगी सैलानियों का रास्ता रोकती है। अब केंद्र सरकार यह शिकायत दूर करने जा रही है। ताजमहल के अलावा अजमेर शरीफ में सलीम चिश्ती की दरगाह, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर, जम्मू में हाल के वर्षों में बहुत प्रसिद्ध हुए वैष्णो देवी मंदिर, असम का कामाख्या मंदिर, पुरी का जगन्नाथ मंदिर, बनारस का मणिकर्णिका घाट, मदुरै का मीनाक्षी मंदिर, तिरुपति में भगवान वेंकटेश का मंदिर और मुंबई का छत्रपति शिवाजी टर्मिनस भी इस योजना में शामिल किया जाएगा।

योजना के तहत सौ स्थानों की होगी सफाई
इस योजना के तहत कुल 100 महत्वपूर्ण जगहों की अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के आधार पर सफाई करने की तैयारी है। एनडीटीवी से बातचीत में स्वच्छ भारत मिशन के हेड परमेश्वरन अय्यर ने कहा, "वर्ल्ड बैंक के विशेषज्ञ को बुलाया गया है जो स्थानीय प्रशासन के लोगों के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम करेंगे। इसमें अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के आधार पर हम सफाई का मानक तय करेंगे।"

स्वच्छता का संदेश देने का भी इरादा
सरकार का इरादा इस मुहिम में कारपोरेट्स को भी शामिल करने का है। नाल्को ने पुरी के मंदिर की और हिंदुस्तान जिंक ने अजमेर शरीफ़ का खर्च उठाने की रज़ामंदी दे दी है। इस पहल के ज़रिए सरकार स्वच्छता के संदेश और महत्व को उन लाखों-करोड़ों लोगों तक पहुंचाना चाहती है जो इन महत्वपूर्ण जगहों का हर साल दौरा करते हैं। अब चुनौती इस पहल को जमीन पर कारगर तरीके से लागू करने की होगी।


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