यह ख़बर 07 नवंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

सेना ने बड़गाम में हुई फायरिंग की घटना की जिम्मेदारी ली

श्रीनगर:

जम्मू-कश्मीर के बड़गाम जिले में हुई फायरिंग की उस घटना पर थलसेना ने आज अपनी गलती मान ली जिसमें दो नौजवानों की मौत हो गई थी। थलसेना ने कहा कि इस मामले की जांच कुछ दिनों में पूरी कर ली जाएगी और नियमों को तोड़ने का कसूरवार पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

थलसेना के उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल डी एस हुड्डा ने कहा, 'मैं यह साफ कर दूं कि (बड़गाम के छत्तरगाम में) जो कुछ हुआ, हम उसकी जिम्मेदारी लेते हैं।'

सोमवार को हुई घटना की तरफ इशारा करते हुए थलसेना के इस वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जमीनी स्तर पर काम करते वक्त गलतियां होती हैं, 'और हर बार सबक मिलते हैं। हमारी इच्छा है कि प्रक्रियाएं तय हो ताकि ऐसी घटनाएं न हो।' उन्होंने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और इसे तेजी से पूरा किया जाएगा।

हुड्डा ने कहा, 'घटना के अगले ही दिन जांच शुरू हो गई। अब तक 15 ऐसे आम लोगों के बयान लिए जा चुके हैं जो घटना के गवाह हैं। सेना के गवाहों से भी पूछताछ हुई है।'

उन्होंने कहा, 'मैं यहां कर किसी को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि सच्चाई के उच्चतम मानकों एवं पारदर्शिता के उच्चतम मानकों का पालन किया जाएगा। हम चाह रहे हैं कि जांच जल्द से जल्द पूरी हो और इसमें महीनों का वक्त न लगे। उम्मीद है कि अगर सब कुछ ठीक रहा और सभी गवाह आए तो हम अगले 10 दिनों में जांच पूरी कर लेंगे।'

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लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने दोनों मृतकों के परिजन को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। इस घटना में घायल हुए दोनों युवकों को भी पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है।