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खास बातें
- बीजेपी में चल रहे अंदरूनी घमासान के बीच गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली आए। वैसे तो उनकी यात्रा का मकसद योजना आयोग में गुजरात के लिए सालाना खर्च की मंजूरी लेना था लेकिन शाम को उनकी वाजपेयी और आडवाणी से मुलाकात के बाद सियासी माहौल गरमा गया।
नई दिल्ली: बीजेपी में चल रहे अंदरूनी घमासान के बीच गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली आए। वैसे तो उनकी यात्रा का मकसद योजना आयोग में गुजरात के लिए सालाना खर्च की मंजूरी लेना था लेकिन शाम को उनकी अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी से मुलाकात के बाद सियासी माहौल गरमा गया।
गौरतलब है कि हाल ही में मुंबई में हुई पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में शिरकत के लिए जिस तरह मोदी ने संजय जोशी को हटवाकर पार्टी और आरएसएस को झुकाया, चारों तरफ इसी बात की चर्चा है।
वैसे, बीजेपी के भीतर उठापटक का यह दौर अन्य छोरों पर भी जारी है। पार्टी के सबसे बड़े नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा था कि हाल में पार्टी के कुछ फैसलों से भ्रष्टाचार के खिलाफ बीजेपी की लड़ाई कमजोर हुई है। आखिर ऐसा क्या हो गया कि वाजपेयी के बाद बीजेपी के दूसरे सबसे बड़े नेता को अपना गुस्सा सार्वजनिक करना पड़ा।
पूर्व में, पार्टी के मुखपत्र 'कमल संदेश' में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा गया। इसमें बिना नाम लिए छापा गया कि कुछ लोग जल्दबाजी में हैं। सीढ़ियां चढ़ते कुछ लोग यह जानते हुए भी कि उन्हें एक दिन नीचे आना है, दूसरों को छोटा करने की कोशिश करते हैं। किसी की जरूरत से ज्यादा तारीफ करें तो वह नष्ट हो जाएगा।