नई दिल्ली: भारत और नेपाल में शनिवार देर रात और रविवार तड़के दो झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.6 मापी गई। लेकिन सरकार ने आश्वासन देते हुए कहा है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि ये भूकंप के बाद के झटके हैं।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि पहला झटका भारतीय समयानुसार रात 11.13 बजे आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.6 मापी गई। दूसरा झटका सुबह करीब 4.46 बजे आया और रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता भी 5.6 मापी गई। इन झटकों में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
प्रवक्ता ने कहा, 'घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि बड़े भूकंप के बाद इस प्रकार के भूकंप बाद के झटके आना सामान्य बात है।' इस बीच कैबिनेट सचिव अजीत सेठ के नेतृत्व में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन केंद्र रविवार दोपहर को बैठक करेगा, जिसमें बचाव एवं राहत अभियानों की समीक्षा की जाएगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय, कैबिनेट सचिवालय, गृह, रक्षा, विदेश एवं अन्य मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारी इस बैठक में भाग लेंगे। विनाशकारी भूकंप के कारण देश के कई हिस्सों में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और 237 लोग घायल हुए हैं। इस भूकंप का केंद्र नेपाल में था। भूकंप में कई मकान एवं इमारतें भी ध्वस्त एवं क्षतिग्रस्त हुई हैं।