लड़की ने जिस वीडियो में बताया था बाप-भाई से जान का खतरा, अब वही बना मौत के मामले में सबूत

लड़की ने जिस वीडियो में बताया था बाप-भाई से जान का खतरा, अब वही बना मौत के मामले में सबूत

प्रतीकात्मक फोटो

खास बातें

  • लड़की ने अगस्त क्रांति ट्रेन के टायलेट में वीडियो बनाया था
  • वीडियो के वायरल होने से पहले ही परिवार ने ले ली जान
  • मुंबई में रहने वाले आरोपियों की तलाश जारी
लखनऊ:

मुंबई में रहने वाली हाथरस की एक लड़की ने ट्रेन के टायलेट में अपना एक वीडियो बनाया जिसमें उसने बताया कि उसके घर वाले उसे कत्ल करने के लिए उसके गांव ले जा रहे हैं. जब तक लड़की का वीडियो वायरल होता...तब तक वह लड़की मारकर दफना दी गई. लड़की की लाश कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम हुआ, लेकिन मौत की वजह पता नहीं चली. अब विसरा जांच के लिए भेजा गया है. लड़की के मां-बाप और चार भाइयों पर हत्या का केस दर्ज हो गया है.

अपनी मर्जी से शादी करना चाहती थी
अगस्त क्रांति ट्रेन तेज रफ्तार भागती रही..तेज और तेज..और ट्रेन के एक टायलेट के अंदर एक लड़की स्मार्टफोन से अपने कत्ल की भविष्यवाणी रिकार्ड कर रही थी. वह कह रही थी ''मेरे पापा...मेरे भाई..यह लोग मुझे मारना चाहते हैं. इसलिए यह लोग मुझे गांव लेकर जा रहे हैं..और मुझे मेरी जान का खतरा है. मैं बालिग हूं और मैं उससे शादी करना चाहती हूं. लेकिन सब मुझे मारना चाहते हैं..मेरे भाई...मेरे डैडी...मिशनरी भाई...अकरम भाई...पहलवान भाई...यह सब मुझे मारना चाहते हैं. अगर मुझे कुछ हुआ तो मेरी मौत के जिम्मेदार यह लोग होंगे क्योंकि मैं शादी करना चाहती हूं इमरान से. इमरान से शादी करना चाहती हूं. यह लोग मुझे मारना चाहते हैं. यह लोग मुझे गांव लेकर जा रहे हैं..मैं बालिग हूं और अपनी जिंदगी की मालिक हूं.''

कब्र से शव निकालकर किया पोस्टमार्टम
वह बालिग जरूर थी लेकिन अपनी जिंदगी की मालिक नहीं थी. जो उसकी जिंदगी के मालिक थे उन्होंने उसकी जिंदगी छीन ली. उसका वीडियो उसकी मौत के बाद सामने आया. फिर उसकी मौत का राज ढूंढने के लिए कब्र खोदकर उसकी लाश निकाली गई.

पड़ोसियों को बताया डायरिया से मौत
पड़ोसी कहते हैं कि उन्हें बताया गया कि लड़की डायरिया से मर गई. उनके पड़ोसी मोहम्मद शाहिद कहते हैं कि ''यह खानदान मुंबई में रहता है. लड़की वहीं नौकरी करती थी. यह लोग गांव आए थे. हमें लगा कि छुट्टी मनाने आए हैं. अचानक खबर मिली कि लड़की खत्म हो गई. हम लोग पहुंचे तो पता चला कि पांच बजे ही खत्म हो गई थी. जुमे का दिन था. उसी दिन दफन कर दी गई.''

परिजन हाथरस से मुंबई भागे
पुलिस उनके घर पहुंची तो घर वाले घर में ताला बंद करके भाग चुके थे. एसएसपी अजय पाल शर्मा कहते हैं कि उनके रिश्तेदार उनका मुंबई का पता नहीं बता पा रहे हैं या शायद डर की वजह से बताना नहीं चाहते. हमने अपनी टीम मुंबई भेजी है जो मुकामी थाने की मदद से उनके यहां पहुंचने की कोशिश करेगी.''


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