सरदारों पर चुटकुले बंद करो, सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल

सरदारों पर चुटकुले बंद करो, सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल

सुप्रीम कोर्ट में सरदारों पर चुटकुले बंद करने के लिए याचिका दायर की गई है (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

संता ने पूछा अकल बड़ी या भैंस। बंता ने कहा, पहले दोनों की डेट ऑफ बर्थ बताओ...। कभी हंसी-मजाक का माध्यम रहे यह चुटकुले अब हजारों वेबसाइटों के कारोबार का माध्यम हैं। इनमें बहुत सारे चुटकुले सिखों पर हैं जो इन पर हंसते भी रहे हैं। लेकिन इनसे दिल भी दुख सकता है। इस बारे में एक अर्ज़ी सुप्रीम कोर्ट में पहुंची है। याचिका में कहा गया है कि ऐसे चुटकुलों से समुदाय की भावनाएं आहत होती हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि भी खराब होती है।

वेबसाइटों पर रोक लगाने की मांग
इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट एक महीने बाद  सुनवाई करने को तैयार हो गया है। याचिकाकर्ता हरविंदर चौधरी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि करीब 5000 वेबसाइटें ऐसी हैं जिनमें सिख समुदाय पर जोक्स रहते हैं। ऐसे जोक्स से उनकी भावनाएं आहत होती हैं। लिहाजा इन पर रोक लगाई जानी चाहिए और गाइडलाइन तय होनी चाहिए।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

खुशवंत सिंह भी लिखते थे चुटकुले...
इस मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा कि आम तौर पर सिख समुदाय को हंसी-मजाक के लिए जाना जाता है। यहां तक कि खुशवंत सिंह भी ऐसे जोक्स लिखते थे। कई ऐसे लोग भी होंगे जो इससे सहमत नहीं होंगे, लेकिन आप चाहें तो इस केस को सुप्रीम कोर्ट में ही सिख जज के पास भेजा जा सकता है। इस दौरान याचिकाकर्ता ने कोर्ट से तैयारी के लिए कुछ वक्त मांगा और इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह अगले महीने इस मामले की सुनवाई करेगा।