यह ख़बर 05 अगस्त, 2014 को प्रकाशित हुई थी

यूपीएससी पर सरकार के फैसले से छात्र असंतुष्ट, सी-सैट को हटाने की मांग

नई दिल्ली:

यूपीएससी में सी−सैट पैटर्न का विरोध कर रहे हिन्दी माध्यम के छात्र सरकार के नए फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि सरकार का यह फैसला अधूरा है और उन्हें यह मंजूर नहीं है। उनकी मांग है कि सी−सैट को पूरी तरह खत्म किया जाए। इस मामले को लेकर जंतर−मंतर पर छात्रों का प्रदर्शन जारी है। आम आदमी पार्टी के नेता योगेंद्र यादव की अगुवाई में यूपीएससी उम्मीदवार जंतर−मंतर पर धरने पर बैठे हैं।

गौरतलब है कि सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा को लेकर चल रहे विवाद पर सरकार ने अपना रुख साफ किया है। सरकार के मुताबिक, आने वाले एग्जाम में इंग्लिश कॉम्प्रिहेंशन के अंक मेरिट में नहीं जुड़ेंगे। साथ ही 2011 में परीक्षा देने वाले छात्रों को 2015 में भी परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा।

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इस विवाद पर सोमवार को कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह के संसद में दिए बयान पर भी विपक्ष ने खूब हंगामा किया। सिंह ने कहा कि अब अंग्रेजी के हिस्से का नंबर मेरिट में नहीं जोड़ा जाएगा। इतना ही नहीं 2011 में शामिल हुए छात्रों को 2015 में एक मौका और मिलेगा क्योंकि सी सैट सिस्टम 2011 में लागू किया गया था, हालांकि अभी भी हर खेमा इससे संतुष्ट नहीं लग रहा है।