यह ख़बर 13 फ़रवरी, 2014 को प्रकाशित हुई थी

अमेरिकी रुख में नरमी : नरेंद्र मोदी के घर जाकर मिलीं नैंसी पॉवेल

अहमदाबाद:

अमेरिका का गुजरात दंगों के चलते लगे नौ साल से भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी का बहिष्कार आज उसकी राजदूत नैंसी पावेल की उनसे मुलाकात के साथ खत्म हो गया।

मोदी और नैंसी की मुलाकात का एजेंडा सार्वजनिक नहीं किया गया है, जबकि अमेरिका ने कहा है कि यह मुलाकात तमाम तरह के भारतीय नेताओं के साथ बढ़ते संपर्क-संवाद का हिस्सा है।

अमेरिका ने गुजरात दंगों के बाद से मोदी से मुंह मोड़ रखा था और 2005 से वीजा देने से इनकार कर रखा था। उसने अचानक पलटी खाते हुए मोदी के साथ नैंसी की मुलाकात का आग्रह कर भाजपा नेता के बहिष्कार खत्म करने का संकेत दिया था।

पिछले 13 साल में यह पहला मौका है जब राजदूत स्तर का कोई अमेरिकी अधिकारी मोदी से मुलाकात करने यहां आया।

मोदी ने फूलों से और हाथ मिला कर अपने घर में अमेरिकी शिष्टमंडल का स्वागत किया।

इस बीच, अमेरिका ने इन अटकलबाजियों को विराम लगा दिया कि मोदी से अमेरिकी राजदूत की मुलाकात से प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा उम्मीदवार पर लगा वीजा प्रतिबंध हटा लिया जाएगा। अमेरिका ने जोर दिया कि मोदी को ले कर उसकी वीजा नीति में कोई तब्दीली नहीं आई है।

मोदी का वीजा रद्द होने के बाद अमेरिका के मुंबई वाणिज्य दूतावास के एक कौंसुलर स्तर के अधिकारी ने उनसे मुलाकात की थी। बाद में, भारतीय राजनीति में अपना कद बढ़ने के साथ ही, मोदी ने अमेरिका के छोटे अधिकारियों को मुलाकात का वक्त देना बंद कर दिया था।

बहरहाल, मोदी सरकार ने अमेरिका के कारोबारी शिष्टमंडल का हमेशा स्वागत किया। अमेरिकी कारोबारी नेता ‘वाइब्रेंट गुजरात’ जैसे कार्यक्रमों में हिस्सा लेते रहे।

यात्रा प्रतिबंध के बाद मोदी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अमेरिका में भारतीयों के साथ संवाद करते।

अहमदाबाद में नैंसी आज गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता शंकरसिंह वाघेला से भी मुलाकात करेंगी। वाघेला से यह मुलाकात उनके निवास पर होगी। नैंसी मोदी से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता से मिलेंगी।

बाद में, नैंसी गैर सरकारी संगठन ‘सेवा’ भी जाएंगी। वह पंडित दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम विश्वविद्यालय भी जाएंगी। अमेरिका ने यह साफ किया है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में कोई रुख नहीं अपना रहा है।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन साकी ने कल कहा था कि अमेरिका किसी देश में चुनाव में कोई रुख नहीं लेता। मोदी के साथ नैंसी की मुलाकात चुनाव में अमेरिका के रुख लेने का कोई उदाहरण नहीं है।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

जेन साकी ने एक दैनिक संवाददाता सम्मेलन कहा, हम कोई रुख नहीं लेते। सो, यह उसकी कोई अभिव्यक्ति नहीं होगी। जैसा हम कई बार कह चुके हैं, यह विभिन्न पृष्ठभूमि वाले, विभिन्न राजनीतिक जुड़ाव वाले अधिकारियों की एक शृंखला तक हमारी पहुंच का प्रतिबिंब है, जो हम दुनिया भर के देशों में करते हैं।