उत्तराखंड : बार बालाओं के डांस के बीच तमंचे का रौब ले डूबा मंत्री की कुर्सी

उत्तराखंड : बार बालाओं के डांस के बीच तमंचे का रौब ले डूबा मंत्री की कुर्सी

जश्न में मौजूद मंत्री (फाइल फोटो)

देहरादून:

मंत्री का दर्जा प्राप्त उत्तराखंड वक्फ विकास परिषद के अध्यक्ष राव सज्जाद को पद सम्हालने के चंद दिन बाद ही पद से हाथ धोना पड़ा है। यही नहीं उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है। राव सज्जाद ने हाल ही में एक कार्यक्रम में बार बालाओं का डांस देखते हुए अपने तमंचे से नोट उड़ाए थे। इस कार्यक्रम में हमेशा से विवादों में रहे मंत्री कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन भी मौजूद थे।  

मंत्री बनने के जश्न में मर्यादा ताक पर
राव सज्जाद को सीएम ने हाल ही में मंत्री पद से नवाजा था। इस खुशी में नेता जी ने मान-मर्यादा सब ताक पर रख दी। मंच पर बार बालाएं नाचती रहीं और मंत्री जी तमंचे पर डिस्को कराते रहे। प्रशासन ने प्रणव सिंह चैम्पियन के खिलाफ तो कुछ नहीं किया लेकिन राव सज्जाद के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

मुख्यमंत्री हरीश रावत को रास नहीं आया सज्जाद का रवैया
प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि "अब यह जो मुद्दा उठा है तो इससे मैंने यह समझा है कि पब्लिक लाइफ में जो लोग हैं उन्हें मर्यादा में रहना चाहिए। ” मंत्री जी के जश्न में नाचती बार बालाओं की तस्वीरें और उनके तमंचे पर डिस्को उत्तराखंड सरकार के मुखिया को रास नहीं आया। राव सज्जाद को 24 घंटे में ही कुर्सी से रुखसत होना पड़ा। उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो गया है। पुलिस ने इस जश्न में मौजूद करीब आधा दर्जन लोगों के हथियारों के लाइसेंस रद्द करने के आदेश भी दे दिए हैं।

हथियार लाइसेंस होगा निरस्त, मामला दर्ज
आईजी गढ़वाल संजय गुंज्याल ने बताया कि, 'वक्फ बोर्ड के नए पदाधिकारी ने कार्यक्रम में हथियार का उपयोग किया। वह हथियार उनको आत्मरक्षा के लिए दिया गया था। इसको संज्ञान में लेते हुए अभियुक्त के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला पंजीकृत किया गया है। हथियार लाइसेंस निरस्त करने की अनुशंसा के साथ रिपोर्ट भेज दी गई है।  कार्यक्रम के दौरान फायरिंग करने वाले लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए गए हैं।'

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

अनुशासनहीनता पर कांग्रेस ने की कार्रवाई
कांग्रेस पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए तत्काल प्रभाव से राव सज्जाद को उनके पद से मुक्त कर दिया है। इस घटना से देश में राज्य सरकार की किरकिरी हो रही थी, लिहाजा पार्टी ने पूरे मामले की जांच करने के निर्देश हरिद्वार के जिला अधिकारी को दिए हैं।