यह ख़बर 15 अगस्त, 2012 को प्रकाशित हुई थी

विलासराव का आज अंतिम संस्कार, श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ी भीड़

खास बातें

  • केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख का पार्थिव शरीर लातूर पहुंचा तो उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोग सड़क के दोनों ओर खड़े नजर आए।
लातूर:

केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख का पार्थिव शरीर लातूर पहुंचा तो उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोग सड़क के दोनों ओर खड़े नजर आए। देशमुख का मंगलवार को चेन्नई के ग्लोबल हॉस्पिटल में निधन हो गया था। उनका पार्थिव शरीर सुबह वायु सेना के एक विमान से लातूर लाया गया।

उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव बाभलगांव ले जा रहे वाहन को हजारों लोगों ने अपने नेता की अंतिम झलक पाने के लिए कई जगह पर रोका।

देशमुख के निधन की खबर पहुंचने के साथ ही लातूर में दुकानें एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि देशमुख के अंतिम संस्कार में सात लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। सूत्रों ने कहा कि अंतिम दर्शन के लिए देशमुख का पार्थिव शरीर सुबह 10 बजे से अपराह्न दो बजे तक गांव के दयानंद विद्यालय परिसर में बनाए गए विशेष मंच पर रखा जाएगा।

अपराह्न 2 से 3 बजे के बीच उनका शरीर धार्मिक रस्म के लिए उनके पैतृक घर ले जाया जाएगा। शाम को करीब 4 बजे बाभलगांव में देशमुख को उनके खेत में उस स्थान के नजदीक मुखाग्नि दी जाएगी, जहां उनके पिता का अंतिम संस्कार हुआ था।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी के वरिष्ठ नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए दोपहर के करीब लातूर पहुंचेंगे।

यहां केंद्रीय मंत्री शरद पवार और सुशील कुमार शिन्दे, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे, महाराष्ट्र के वरिष्ठ मंत्रियों और कुछ अन्य मुख्यमंत्रियों तथा राज्यपालों के शामिल होने की उम्मीद है।

केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे और उनके विधायकों, फिल्म निर्माताओं करण जौहर और साजिद खान, कांग्रेसी नेताओं कृपाशंकर सिंह और मोहम्मद आरिफ नसीम खान उन प्रमुख लोगों में शामिल थे, जिन्होंने देशमुख को श्रद्धांजलि अर्पित की। फिल्म निर्माता वाशु भगनानी भी अपने परिवार के साथ मौजूद थे। वाशु की पुत्री देशमुख की बहू है।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

दिवंगत देशमुख की पत्नी वैशाली, उनके बेटों अमित, रितेश और धीरज तथा उनकी पत्नियों ने अति विशिष्ट व्यक्तियों तथा ग्रामीणों की संवेदनाएं स्वीकार कीं। देशमुख के सबसे बड़े पुत्र अमित शांत नजर आ रहे थे, जबकि उनकी मां और छोटे भाई आंसू नहीं रोक सके। विलासराव के छोटे भाई दिलीप, उनकी पत्नी और पुत्री भी मौजूद थीं। शोक प्रकट करने आए लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया।