यह ख़बर 07 अगस्त, 2014 को प्रकाशित हुई थी

पश्चिम बंगाल के औद्योगिक विकास को लेकर रतन टाटा और ममता के मंत्री के बीच जुबानी जंग

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल के औद्योगिक विकास को लेकर प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा व राज्य के वित्तमंत्री अमित मित्रा में आज जुबानी जंग हो गई। राज्य के औद्योगिक विकास पर टाटा की कथित नकारात्मक टिप्पणी से नाराज मित्रा ने कहा कि टाटा शायद भ्रमित हैं, तो टाटा ने पलटवार में कहा कि मंत्री 'अधिक कल्पनाशील' हैं।

यह सारा विवाद टाटा द्वारा कोलकाता में पश्चिम बंगाल में औद्योगिकीकरण को लेकर बुधवार को की गई कुछ टिप्पणियों को लेकर हुआ है। टाटा संस के मानद अध्यक्ष टाटा ने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के महिला अध्ययन समूह की बैठक में कहा था, 'पश्चिम बंगाल में औद्योगिक विकास के कोई संकेत नहीं नजर आ रहे हैं।'

वहीं भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के कार्यक्रम में मित्रा ने आज कहा, 'टाटा अब बूढ़े हो चुके हैं और भ्रम से ग्रस्त हो गए हैं। मै नहीं जानता कि वह जो कुछ हो रहा है उसे क्यों नहीं समझ पा रहे।'

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मित्रा ने कहा कि टाटा ग्रुप की कंपनी टीसीएस पश्चिम बंगाल में 20,000 अतिरिक्त रोजगार सृजित कर रही है। अनिल अंबानी ग्रुप, इमामी भी यहां सीमेंट कारखाने लगा रही हैं। उनके अनुसार, 'हाल ही में टाटा ग्रुप की एक और कंपनी टाटा मेटालिंक्स ने अपनी मौजूदा इकाई के विस्तार के लिए राज्य सरकार को लिखा है।'