सिमी से जुड़े इतने कैदी एक जेल में होंगे तो यही होगा : एनडीटीवी से भोपाल जेल के जेलर

सिमी से जुड़े इतने कैदी एक जेल में होंगे तो यही होगा : एनडीटीवी से भोपाल जेल के जेलर

खास बातें

  • सिमी से जुड़े आठ विचाराधीन कैदी रविवार को जेल से भाग गए थे
  • जेल गार्ड को मारकर भागे इन कैदियों को कुछ ही घंटों बाद मार गिराया गया
  • हालांकि अब सामने आए कुछ वीडियो में मुठभेड़ को लेकर सवाल उठ रहे हैं
भोपाल:

मध्य प्रदेश की राजधानी स्थित सेंट्रल जेल से प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) से जुड़े आठ विचाराधीन कैदियों के फरार होने के मामले में भोपाल जेल के प्रमुख जेल अधीक्षक का कहना है कि यह घटना तो होनी ही थी.

एनडीटीवी से खास बातचीत में भोपाल जेल के हेड जेलर एलकेएस भदौरिया ने कहा- हमारी जेल में सिमी के 29 लोग हैं, सिमी के इतने कैदी एक जगह होंगे तो ऐसी घटना होगी ही. हालांकि भदौरिया ने यहां यह भी माना कि प्रशासन के स्तर पर गलती हुई है.

भदौरिया ने कहा, 'हम चाहते थे सिमी के इतने कैदी एकसाथ यहां नहीं रहें. हमने उन कैदियों को दूसरी जेलों में भेजने की भी काफी कोशिश की, लेकिन उन्हें दूसरी जगह भेजा नहीं जा सका.'

मध्य प्रदेश की जेलमंत्री बोली-  हमारी तारीफ होनी चाहिए
वहीं पुलिस कार्रवाई पर उठे गंभीर सवालों के बीच मध्य प्रदेश की जेलमंत्री कुसुम मेहदाले ने कुछ 'कमियों' को कबूल किया, लेकिन कहा, 'आप लोगों को हमारी तारीफ करनी चाहिए कि हमने आरोपियों के भाग निकलने के बावजूद उन्हें मार गिराया...'. NDTV से बातचीत में यह भी कहा, "मैं मानती हूं कि कुछ कमियां रह गईं... हो सकता है, जेल में लगे कुछ सीसीटीवी कैमरे काम न कर रहे हों... वे लोग जेल की दीवार पर चढ़ने में कैसे कामयाब हुए, मैं नहीं जानती...'

विपक्ष पर बरसे सीएम शिवराज
वहीं राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्षी दलों पर बरसते हुए 'आतंकवादियों' के मारे जाने पर 'गंदी राजनीति' करने का आरोप लगाया. शिवराज सिंह चौहान भोपाल सेंट्रल जेल से रविवार रात को भागे कैदियों द्वारा मार डाले गए हेड कॉन्स्टेबल रामशंकर यादव के परिवार से मिलने उनके घर गए थे. रामशंकर यादव की बेटी का विवाह जल्द ही होने वाला है. मुख्यमंत्री ने पत्रकारो से कहा, "वे शहीदों के बारे में कुछ नहीं कहेंगे... ये लोग दुर्दांत आतंकवादी थे... ये मारे मारे गए... हमें नहीं पता, ये बाहर जाकर कितना आतंक फैलाते... फिर भी उनका बचाव किया जा रहा है... मैं इस तरह की राजनीति की निंदा करता हूं..."

जेल से भागने के लिए लकड़ी से बनाई थीं चाबियां!
इससे पहले भोपाल के पुलिस महानिरीक्षक योगेश चौधरी ने इस जेल ब्रेक कांड का ब्योरा देते हुए बताया था कि भोपाल जेल में सिमी से जुड़े कुल 29 विचाराधीन कैदी हैं. इनमें से आठ दो बैरकों में थे. इन आठों ने टूथब्रश सहित अन्य सामान से चाबियां बनाई थीं. ताला खोलने के बाद उन्होंने प्रहरी रमाशंकर यादव की गला रेतकर हत्या की और चंदन सिंह के हाथ-पैर बांध दिए, फिर चादरों को रस्सी की तरह इस्तेमाल कर 25 फीट ऊंची दीवार फांद कर भाग गए.

पुलिस आईजी ने कहा, कैदियों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं
चौधरी ने आगे बताया कि सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने गुनगा थाने के मडीखेड़ा के पठार क्षेत्र में खेजरा नाला के पास उन्हें घेरा. इस पर फरार विचाराधीन कैदियों ने गोली चलाई और धारदार हथियार से पुलिस बल पर हमला किया. इस हमले में तीन पुलिस जवानों को चोटें आई हैं. चौधरी के मुताबिक, पुलिस ने जवाब में कुल 45 राउंड गोलियां चलाईं, जिसमें आठों फरार कैदी मारे गए. उनके पास से चार देसी कट्टे और तीन चाकू बरामद किए गए हैं.

वीडियो ने उठाए सवाल
पुलिस और प्रशासन के इन दावों के बीच कुछ वीडियो भी सामने आई हैं, जिनसे इन मुठभेड़ पर सवाल उठ रहे हैं. NDTV उन वीडियो की सच्चाई और प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता है, जिनमें से एक वीडियो में एक पुलिस वाला एक निश्चेष्ट शरीर पर गोली चलाता दिखाई दे रहा है, जबकि एक अन्य वीडियो से ऐसा संकेत मिलता लगता है कि फरार कैदियों ने आत्मसमर्पण की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें मार डाला गया.


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