यह ख़बर 31 जुलाई, 2011 को प्रकाशित हुई थी

भाजपा ने ठुकराई येदियुरप्पा की पसंद

खास बातें

  • बीएस येदियुरप्पा द्वारा कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बावजूद रविवार रात तक भारतीय जनता पार्टी उनके उत्तराधिकारी का चयन नहीं कर पाई।
बेंगलुरू:

बीएस येदियुरप्पा द्वारा कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बावजूद रविवार रात तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उनके उत्तराधिकारी का चयन नहीं कर पाई। येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी को लेकर कई दावेदार सामने आ गए हैं जबकि खुद येदियुरप्पा अपनी पसंद के व्यक्ति को इस पद बिठाने को लेकर अड़े हुए हैं। ऐसे में येदियुरप्पा के इस्तीफे के तुरंत बाद प्रस्तावित विधायक दल की बैठक नहीं हो पाई। केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में गत दो दिनों से बेंगलुरू में डेरा डाले वरिष्ठ नेता अरुण जेटली और राजनाथ सिंह ने अलग-अलग समूहों व दावेदारों से बातचीत कर एक नाम पर आम सहमति बनाने का प्रयास किया लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो सके। येदियुरप्पा और उनके समर्थक उडुपी-चिकमंगलूर से सांसद डीवी सदानंद गौड़ा को अगला मुख्यमंत्री बनाए जाने पर अड़े हुए हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कई नेता गौड़ा को मुख्यमंत्री बनाए जाने के प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष केएस ईश्वरप्पा और दक्षिण बेंगलुरू से सांसद अनंत कुमार की ओर से गौड़ा के नाम का खासा विरोध है। इन दोनों नेताओं को येदियुरप्पा विरोधी विधायकों का समर्थन है। इन विधायकों का कहना है कि किसी भी लोकसभा सदस्य को मुख्यमंत्री बनाए जाने की अपेक्षा उसका चयन विधायकों में से होना चाहिए। यह गुट जगदीश शेट्टर को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर जोर दे रहा है। शेट्टर येदियुरप्पा सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री थे और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लिंगायत समुदाय से आते हैं। येदियुरप्पा भी लिंगायत समुदाय के हैं और वह नहीं चाहते कि इस समुदाय से उनसे बड़ा कोई और नेता उभरे जबकि येदियुरप्पा विरोधी शेट्टर को आगे कर येदियुरप्पा को कमजोर करना चाहते हैं। येदियुरप्पा के इस्तीफा सौंपने के बाद सिंह और जेटली उनसे मिले और उन्हें किसी एक नाम पर नहीं अड़ने से मनाने का प्रयास किया। बहरहाल, येदियुरप्पा अभी भी अड़े हुए हैं। इन दोनों केंद्रीय नेताओं ने गौड़ा, शेट्टर और ईश्वरप्पा सहित अन्य नेताओं से भी मुलाकात की।


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