नई दिल्ली : प्रशांत भूषण के साथ आम आदमी पार्टी से निष्कासित किए गए योगेंद्र यादव ने अपनी पहली प्रतिक्रिया सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर दी, जिसमें उन्होंने हिन्दी फिल्म जगत के गुज़रे ज़माने के दिग्गज गायक-अभिनेता के एक प्रसिद्ध गीत की पंक्तियों के जरिये अपनी भावनाएं व्यक्त कीं, 'बाबुल मोरा नैहर छूटो जाए...'
अपने पूर्व साथियों को याद करते हुए इस पोस्ट में योगेंद्र यादव ने यह भी कहा कि यह किसी को घसीटकर उसी के घर से निकाले जाने जैसा है, लेकिन उन्होंने कवि हरिवंशराय बच्चन को उद्धृत करते हुए यह विश्वास भी व्यक्त किया कि यह अंत नहीं है, 'नीड़ का निर्माण फिर...' उन्होंने स्पष्ट कहा, "यह किसी कहानी का दुखांत नहीं है, एक नई, सुंदर और लंबी यात्रा की शुरुआत है..."