यह ख़बर 15 मई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

आईपीएल पर छाए फिक्सिंग के बादल, टीवी चैनल ने किया स्टिंग ऑपरेशन

खास बातें

  • एक टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में स्पॉट−फ़िक्सिंग की बात निकलकर सामने आई है। डेक्कन चार्जर्स के तेज़ गेंदबाज़ टीपी सुधींद्र ने एक घरेलू मैच में नो-बॉल डालने के लिए चालीस हज़ार रुपये मांगे हैं।
नई दिल्ली:

बीते दो साल में क्रिकेट पर फ़िक्सिंग का काला साया लगातार मंडराता रहा है। इसकी सुगबुगाहट एक बार फिर महसूस की जा रही है।

आईपीएल सीज़न−5 में भी ऐसा करने वाले कुछ नाम मौजूद हैं। एक टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में स्पॉट−फ़िक्सिंग की बात निकलकर सामने आई है। डेक्कन चार्जर्स के तेज़ गेंदबाज़ टीपी सुधींद्र ने एक घरेलू मैच में नो-बॉल डालने के लिए चालीस हज़ार रुपये मांगे हैं।

इतना ही नहीं इसी स्टिंग ऑपरेशन में किंग्स इलेवन के शलभ श्रीवास्तव भी नो-बॉल के लिए दस लाख रुपये मांग रहे हैं।

टीवी चैनल ने दावा किया कि उसने आईपीएल में खिलाड़ियों, आयोजकों, मालिकों और भारतीय क्रिकेट के जाने-माने लोगों के बीच ‘संदिग्ध सौदों’ का भंडाफोड़ किया है। इसके बाद बीसीसीआई को चेतावनी देनी पड़ी कि अगर यह खबर सही निकली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

टीवी चैनल का दावा है कि उसने एक स्टिंग ऑपरेशन किया है जिसमें कई खिलाड़ियों को छिपे हुए कैमरे में यह स्वीकार करते हुए कैद किया गया है कि उन्हें अनधिकृत रूप से नीलामी में तय राशि से कहीं अधिक पैसा मिलता है।

चैनल के मुताबिक उसके ऑपरेशन में खुलासा हुआ है कि आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग मौजूद ही नहीं है बल्कि प्रथम श्रेणी मैचों को भी फिक्स किया जाता है और महिलाएं मैच फिक्सिंग में अहम भूमिका निभाती हैं।

चैनल ने एक बयान में कहा कि भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार और यहां तक कि एक टीम का कप्तान अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी इन मैचों को फिक्स करने में मिला हुआ है।

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इस स्टिंग ऑपरेशन के बारे में पूछने पर बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन ने कहा, ‘हम सुनिश्चित करेंगे कि खेल की अखंडता को बचाया जा सके। बीसीसीआई खेल की अखंडता में विश्वास रखता है। हम कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे। हमारे पास यह टेप होनी चाहिए और फिलहाल हम देखेंगे कि कौन खिलाड़ी है, हम बेहद कड़ी कार्रवाई करेंगे।’