यह ख़बर 10 जुलाई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

शेट्टार बृहस्पतिवार को लेंगे शपथ, गौड़ा ने भी दिखाया दम

खास बातें

  • माना जा रहा है कि पार्टी इस बात पर सहमत हो गई है कि जगदीश शेट्टर की अगुवाई में बनने वाली सरकार में दो उप-मुख्यमंत्री होंगे।
बेंगलुरु:

कर्नाटक के ग्रामीण विकास मंत्री जगदीश शेट्टार का राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनना तय हो गया। उन्हें मंगलवार को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। लेकिन विधायक दल की बैठक से पहले निवर्तमान मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा के समर्थकों ने जो रुख अपनाया उससे साफ जाहिर है कि शेट्टार की राह आगे आसान नहीं है।

56 वर्षीय शेट्टार को निर्विरोध रूप से विधायक दल का नेता चुना गया। तय समय से पांच घंटे की देरी से आरम्भ हुई विधायक दल की बैठक के पहले गौड़ा समर्थकों ने यहां पहुंचे केंद्रीय पर्यवेक्षकों अरुण जेटली और राजनाथ सिंह की नाक में दम कर दिया और अंतत: अपनी मांगों पर आश्वासन के बाद ही वे विधायक दल के बैठक में पहुंचे।

कर्नाटक में राजनीतिक संकट को लेकर मंगलवार को दिनभर गहमागहमी रही। शेट्टार के भाजपा विधायक दल का नेता चुने के बाद कहा गया था कि वह बुधवार को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे, लेकिन बाद में पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने कहा कि अब वह बृहस्पतिवार को शपथ लेंगे।

राजनाथ ने कहा कि गौड़ा बुधवार को राज्यपाल एचआर भारद्वाज को अपना इस्तीफा सौंपेंगे, जिसके बाद शेट्टार बृहस्पतिवार को सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।

शेट्टार को मंगलवार देर शाम पार्टी विधायकों की बैठक में विधायक दल का नेता चुना गया। इससे पहले गौड़ा समर्थकों ने जिद की कि पहले उन्हें पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष केएस ईश्वरप्पा को उप मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की जाए तभी वे बैठक में शामिल होंगे।

राजनाथ और शेट्टार ने कहा कि उपमुख्यमंत्री का मसला केंद्रीय नेतृत्व और कर्नाटक के नेता आपस में मिल बैठकर सुलझा लेंगे।

भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक अरुण जेटली और राजनाथ हालांकि गौड़ा समर्थकों को मनाने में सफल रहे, लेकिन उनकी जिद के कारण बैठक पांच घंटे देरी से शाम चार बजे शुरू हुई।

गौड़ा समर्थकों का दावा है कि उन्हें राज्य की 225 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 120 विधायकों में से करीब 50 का समर्थन प्राप्त है। उनकी मांग थी कि गौड़ा समर्थकों में से 17 को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाए या फिर जितने मंत्री पद होंगे, उसका आधा दिया जाए। नियम के मुताबिक राज्य में सिर्फ मुख्यमंत्री सहित 35 मंत्री ही बन सकते हैं।

इसके साथ ही गौड़ा समर्थक यह मांग भी कर रहे हैं कि निगमों और बोर्डो में भी उन्हें बराबर की हिस्सेदारी मिलनी चाहिए।

जेटली और राजनाथ सोमवार शाम यहां पहुंचे। जेटली हालांकि मंगलवार को हुई पार्टी की विधायक में शामिल नहीं हुए। बताया गया कि कुछ व्यक्तिगत कारणों से उन्हें दिल्ली रवाना होना पड़ा।

विधायकों की बैठक के बाद राजनाथ ने शेट्टार के विधायक दल का नेता चुने जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शेट्टार को सर्वसम्मति से चुना गया। पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा और गौड़ा ने उनके नाम का प्रस्ताव किया, जिसका समर्थन ईश्वरप्पा तथा गौड़ा का समर्थन कर रहे मंत्री गोविंद कारजोल ने किया।

राज्य में उप मुख्यमंत्री के पद को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होगा और इस बारे में निर्णय वह सभी से सलाह-मशविरे के बाद लेंगे।

वहीं, शेट्टार ने इस बात के कोई संकेत नहीं दिए कि वह अकेले शपथ-ग्रहण करेंगे या उनके साथ और मंत्री भी शपथ लेंगे। उन्होंने कहा, "मैं सभी मुद्दों पर राज्य तथा राष्ट्रीय नेताओं से विचार-विमर्श के बाद निर्णय लूंगा।"

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उत्तरी कर्नाटक में हुबली ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से शेट्टार चार बार विधायक निर्वाचित हो चुके हैं। वह पिछले चार साल में राज्य में भाजपा के तीसरे मुख्यमंत्री होंगे।