भारत में पेंशन बाजार के 2015 तक बढ़कर 20 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है। संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों की तादाद बढ़ने की वजह से पेंशन बाजार में यह वृद्धि होगी।
उद्योग मंडल एसोचैम ने एक अध्ययन में कहा है, ‘‘अधिक से अधिक कामगार लोगों के संगठित क्षेत्र में शामिल होने से भारत का पेंशन कोष (पीएफ) बाजार तेजी से बढ़कर 2015 तक करीब 20 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचने की संभावना है जो अभी करीब 15.4 लाख करोड़ रुपये का है।’’
एसोचैम ने अपने अध्ययन ‘‘वित्तीय बाजार : अगली पीढ़ी के सुधारों का दौर’’ में कहा है कि पेंशन के सीमित दायरे और गैर संगठित क्षेत्र में बड़ी संख्या में कामगारों को देखते हुए निजी और विदेशी कंपनियों के लिए भारत के पेंशन बाजार में जबरदस्त अवसर हैं।
अध्ययन में कहा गया है कि 80 प्रतिशत से अधिक कामगार लोग गैर-संगठित क्षेत्र में कार्यरत हैं जो बगैर नियमित वेतन और लाभ के काम करते हैं। पीएफ बाजार साल दर साल करीब 10 प्रतिशत की वृद्धि दर से बढ़ रहा है और इस क्षेत्र में जबरदस्त संभावनाएं हैं क्योंकि 30 करोड़ से अधिक कामगार लोगों को औपचारिक पेंशन लाभ नहीं उपलब्ध नहीं हैं।