स्पेन में ऋण संकट के एक बार फिर सामने आने के बाद वैश्विक बाजारों में आई गिरावट ने स्थानीय शेयर बाजार में निवेशकों की बेचैन बढ़ा दी जिससे बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 281 अंक टूटकर करीब एक महीने के निचले स्तर पर आ गया।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स नरमी के साथ खुला और धातु व रीयल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली दबाव से यह 281.09 अंक की गिरावट के साथ 17,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 16,877.35 अंक पर बंद हुआ।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 87.15 अंक कमजोर होकर 5,117.95 अंक पर आ टिका। सेंसेक्स की 30 में से 28 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए जिसमें मारुति और स्टरलाइट को 5.5 प्रतिशत से अधिक का नुकसान हुआ। कारोबार की समाप्ति पर एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक प्रत्येक के शेयर दो प्रतिशत घट गये जबकि आईटीसी, इंफोसिस और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड प्रत्येक में एक प्रतिशत की गिरावट रही।
स्पेन में ऋण संकट गहराने से वैश्विक शेयर बाजारों में जबर्दस्त गिरावट देखी गई। स्पेन के विभिन्न प्रांतों द्वारा सरकारी कोष से मदद मांगने को लेकर रिण संकट के प्रति वैश्विक चिंता बढी है। स्पेन के केन्द्रीय बैंक ने कहा कि अप्रैल-जून तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि में 0.4 प्रतिशत गिरावट आई है जबकि इससे पहले जनवरी-मार्च में यह 0.3 प्रतिशत रही थी।
बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति देने की पहल का समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव सहित अन्य नेताओं द्वारा विरोध किए जाने से खुदरा कंपनियों के शेयर भाव में 3 से 8 प्रतिशत की गिरावट आई। सेंसेक्स की प्रमुख कंपनियों में मारुति 5.65 प्रतिशत, स्टरलाइट 5.19 प्रतिशत, हिंडाल्को 4.67 प्रतिशत, गेल इंडिया 4.52 प्रतिशत, भेल 3.95 प्रतिशत, टाटा स्टील 3.02 प्रतिशत, भारती एयरटेल 3.31 प्रतिशत और टाटा मोटर्स 3.29 प्रतिशत टूटकर बंद हुआ।
इनके अलावा, जिंदल स्टील 2.90 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक 2.41 प्रतिशत, टाटा पावर 2.16 प्रतिशत, एसबीआई 1.97 प्रतिशत, विप्रो 1.86 प्रतिशत, बजाज आटो 1.85 प्रतिशत और कोल इंडिया 1.59 प्रतिशत गिर गया।